शिमला: कोरोना महामारी से पूरी दुनिया परेशान है. वायरस से बचाव के लिए अभी तक कोई दवाई नहीं बन पाई है. जागरूकता के जरिए ही इस वायरस से बचा जा सकता है. ऐसे में कोरोना वायरस से बचने के लिए हमें क्या-क्या करना चाहिए, इसके लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए डाक विभाग की ओर से एक अलग ही तरीका निकाला गया है. विभाग सभी पत्रों के कवर पर रिजिस्ट्री और पार्सल सहित स्पीड पोस्ट पर भी एक स्टैंप लगा रहा है, जिसमें यह बताया जा रहा है कि कोरोना से बचाव के लिए क्या-क्या उठाने जरूरी हैं.
डाक विभाग द्वारा लगाए जा रहे स्टैंप में वायरस से बचाव के लिए पांच तरीके बताए गए हैं. अपने हाथों को बार-बार धोएं, खांसते या छींकते समय टिशू या रूमाल का इस्तेमाल करें, हाथों को चेहरे पर ना लगाएं और भीड़ इकट्ठा ना करें, एक से दो मीटर की दूरी बना कर ही खड़े हो और अगर बीमार है तो घर से बाहर ना जाएं. कोरोना से बचाव के लिए यह पांच नियम लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते है.
हिंदी और इंग्लिश में तैयार किया गया स्टैंप
डाक विभाग की ओर से हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में यह स्टैंप तैयार किया गया है और इन्हें हर एक उस लेटर, रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट और पार्सल पर लगाया जा रहा है जो डाक विभाग के जरिए लोगों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है. यह एक माध्यम पोस्टल विभाग की ओर से ईजाद की गई है, जिसकी मदद से वह घर-घर तक कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैला सकें. लोगों को यह बताया जा सके कि किस तरह से वह कोरोना वायरस से अपना और अपने परिवार के लोगों की जिंदगी को सुरक्षित रख सकते हैं.
कोरोना संकट में डाक विभाग की सेवाएं जारी
कोरोना के इस संकट के समय में डाक विभाग की ओर से अपनी सेवाएं लगातार जारी रखी जा रही हैं. लोगों तक उनकी आवश्यक दवाइयां पहुंचाने के साथ ही मेडिकल इक्विपमेंट्स और दूसरे आवश्यक पार्सल भी घरों-घरों में जाकर डिलीवर किए जा रहे हैं. ऐसे में कोरोना वायरस को लेकर एक जागरूकता संदेश लोगों तक पहुंचाया जाए इसके लिए डाक विभाग ने यह पहल की हैं.
जागरूकता फैलाने की लिए तैयार की गई स्टैंप
शिमला जीपीओ के प्रवर डाक पाल हरदेव शर्मा ने बताया कि यह एक माध्यम है जिसकी मदद से लोगों को यह बताया जाए कि किस तरह से वह कोरोना वायरस से अपना बचाव कर सकते हैं. डाक विभाग में कोरोना से बचाव के लिए लोगों को क्या करना चाहिए इस संदेश की स्टैंप तैयार की गई है और इन्हें अब हर एक लेटर, पार्सल पर लगाकर लोगों तक यह संदेश पहुंचाया जा रहा है.