शिमला: कोरोना को लेकर शिमला में भी खौफ का माहौल बना हुआ है. हालांकि कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन लोग खौफजदा है. नगर निगम ने भी अपने सफाई कर्मियों को मास्क दिए हैं और बिना ग्लव्स और मास्क के कोई कर्मी सफाई करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
निगम की ओर से सभी सफाई कर्मियों और सैहब सोसायटी के डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मियों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. नगर निगम में 340 के करीब सफाई कर्मी है, जबकि 800 डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मी हैं.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि निगम कोरोना वायरस को लेकर गंभीर है और अपने कर्मियों को मास्क वितरित किए गए हैं. उन्होंने सफाई कर्मियों को बिना मास्क के सफाई न करने को कहा है और कोई कर्मी लापरवाही बरतते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और नौकरी से भी निकाल दिया जाएगा.
इसके अलावा निगम ने पार्षदों को भी अपने क्षेत्रों में निगम के कर्मियों को कोरोना वायरस को लेकर जागरूक करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि नगर निगम इस बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और अपने कर्मियों की सुरक्षा के लिए एहतियात बरत रहा है. बता दें कि शिमला शहर की सफाई का जिम्मेदारी नगर निगम के कर्मियों की होती है. ऐसे में नगर निगम ने कर्मियों की सुरक्षा को देखते हुए कर्मियों को मास्क देने का फैसला लिया है.
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