शिमलाः हॉर्न का गैरजरुरी या अत्याधिक प्रयोग नही किए जाने को लेकर प्रदेश के शहरों में 'हॉर्न नॉट ओके कैंपेन' शुरू किया गया है. इसके तहत अनावश्यक रूप से हॉर्न बजाने पर चालान भी काटे जा रहे हैं. कैंपेन में साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के अधिकारी वाहन चालकों को हॉर्न के नुकसान और ध्वनि प्रदूषण के बारे में जागरूक कर रहे हैं
बुधवार को शिमला के संजौली, ढली, बाइपास, विक्ट्री टनल, टुटीकंडी, छोटा शिमला में हॉर्न नॉट ओके कैंपेन के तहत वाहन चालकों के जागरूक किया गया. इसके अलावा रेलवे स्टेशन टैक्सी यूनियन के चालकों को भी इस बारे में जानकारी दी गई. इस मौके पर अधिकारियों ने वाहन चालकों को स्टीकर भी बांटे. पर्यावरण विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग 4 से 20 नवंबर तक प्रदेश के विभिन्न शहरों में हॉर्न नॉट ओके मुहिम को चलाया रहा है.