शिमला: एसएफआई राज्य कमेटी ने प्रदेश में नर्सिंग छात्राओं के साथ मिलकर सोमवार को सचिवालय के बाहर नर्सिंग, जीएनएम और पोस्ट बेसिक नर्सिंग के छात्रों को प्रमोट करने के लिए प्रदर्शन किया. एसएफआई ने चेतावनी दी है कि सरकार अगर 15 नवंबर तक इन मांगों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाती है तो एसएफआई पूरे प्रदेश से नर्सिंग छात्राओं को एकजुट करते हुए हर एक विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा सदस्य का घेराव करेगी.
वहीं, एसएफआई राज्य कमेटी का कहना है कि उनकी मांगें पूरी न हुई तो 20 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास पर विरोध प्रदर्शन करेगी. इसी के साथ उन्होंने कोरोना काल में छात्रों से अतिरिक्त फीस वसूलने के खिलाफ भी आपत्ति जताई है.
इस दौरान एसएफआई का प्रतिनिधिमंडल राज्य अध्यक्ष रमन थारटा के नेतृत्व में नर्सिंग छात्राओं के साथ प्रदेश स्वास्थ्य शिक्षा सचिव से भी मिला. प्रतिनिधिमंडल ने उनके सामने मांग रखी कि मार्च 2020 से हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद है जिसके बाद छात्रों के हॉस्टल बंद रहे और छात्रों ने घर में रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई की है.
इस दौरान छात्राओं ने न ही होस्टल मेस का इस्तेमाल किया, न ही कॉलेज की परिवहन सुविधा का इस्तेमाल किया लेकिन उसके बावजूद भी सभी नर्सिग कॉलेजों में छात्राओं से 70 हजार के करीब हॉस्टल, मेस और परिवहन के नाम पर फीस ली जा रही है.