शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. इसी बीच उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए नई पर्यटन नीति तैयार की जा रही है, जिसका कार्य अतिंम चरण पर है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नई पर्यटन नीति में राज्य के नए गंतव्यों को विकसित करने और शिमला, मनाली जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों से भीड़-भाड़ कम करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. नए साहसिक खेल नियम भी तैयार किए जा रहे हैं, ताकि प्रदेश में साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिले सके. साथ ही प्रदेश पर्यटन विकास योजना भी अक्टूबर तक तैयार हो जाएगी, जिसके तहत पर्यटन विकास सुनिश्चित होगा.
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार मंडी जिला के जंजैहली क्षेत्र को इको पर्यटन के लिए विकसित करने का प्रयास कर रही है. साथ ही औद्योगिक घराना क्लब महेन्द्रा जंजैहली में टूरिस्ट रिजॉर्ट की स्थापना करने जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार जंजैहली से रायगढ़ और शिकारी माता तक रज्जूमार्ग बनाने और मनोरंजनात्मक/पारम्परिक केन्द्र स्थापित करने पर विचार कर रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा के बीड़ बिलिंग को पैराग्लाइडिंग व साहसिक खेलों के गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हों. उन्होंने बताया कि साहसिक खेलों के प्रेमियों की सुविधा के लिए बीड़ बिलिंग में 8.70 करोड़ रुपये की लागत से पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा के पौंग डेम को 'नई राहें नई मंजिलें योजना' के तहत जल क्रीड़ा स्थल के तौर पर विकसित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यहां पर प्रदूषण रहित वाहन, शिकारा, हाऊस बोट और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट सैलानियों के लिए आकर्षण का केन्द्र होंगे. साथ ही बताया कि शिमला जिला के चांशल क्षेत्र को शीतकालीन खेलों और स्कीइंग गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीधार,पंजैन, बिजाही में कैम्पिंग साइट विकसित की जाएगी. इसके अलावा बगलामुखी नेचर पार्क में इंटरप्रटेशन केन्द्र स्थापित करना भी प्रस्तावित है. उन्होंने कहा कि कैक्ट्स गार्डन, रोपवे, नेचर वॉक और रॉक क्लाईबिंग की सुविधाएं भी इस क्षेत्र में विकसित की जाएगी.
बता दें कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में 10 हजार करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 8071 करोड़ रुपये लागत के 72 समझौता ज्ञापन उद्यमियों के साथ हस्ताक्षरित किए हैं. जिनको हिम प्रगति वेबसाइट पर अपलोड किया गया है.