नई दिल्ली: लोग जब अपना घर बनवाते हैं तो काफी कोशिशों के बाद भी कोई न कोई कमी रह जाती है और यह कमियां वास्तु दोष की कारण बनती है. इन कमियों की वजह से घर में सकारात्मक ऊर्जा के स्थान पर नकारात्मक ऊर्जा वास करने लगती है. अब चूंकि घर को तोड़कर फिर से बनवा नहीं सकते हैं. ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि वास्तुशास्त्र में हमारे घर के निर्माण में होने वाली गड़बड़ियों को वास्तु दोष कहा जाता है. वास्तु दोष हमारे जीवन में का बहुत अधिक प्रभाव डालते हैं. घर में या घर के बाहर कई तरह के वास्तु दोष पाए जाते हैं.
वास्तु दोष से कई तरह के रोग और शोक उत्पन्न होते हैं. ऐसे में यदि आपका घर तीकोना है, कॉर्नर का है या फिर चौराहे हैं, इसके आलाव दक्षिण दिशा पर भी है. उन वास्तु दोषों को दूर करने के लिए घर के निर्माण में बड़े बदलाव करने पड़ते है. लेकिन आज हम आपको वास्तु के कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जिनमें आप घर में बिना किसी तोड़-फोड़ किए आप अपने घर के वास्तु दोष को आसानी से दूर कर सकते हैं.
पंचतत्वों का वास्तु से गहरा संबंध : घर की उत्तर-पूर्व कोने को ईशान कोण कहा जाता है जो कि जल तत्व को दर्शाती है. उत्तर-पश्चिम दिशा को वायव्य कोण कहा जाता है जो कि वायु तत्व को दर्शाती है. दक्षिण-पूर्व दिशा को आग्नेय कोण कहा जाता है जो कि अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करती है. दक्षिण-पश्चिम दिशा को नैऋत्य कोण कहा जाता है जो कि पृथ्वी तत्व को दर्शाती है. घर के बीचो बीच का जो स्थान होता है, उसे ब्रह्म स्थान कहा जाता है जो कि आकाश तत्व माना जाता है. इस प्रकार से हमारा पूरा घर पंचतत्वों से मिलकर बना है और इन्हीं पंचतत्वों से मिलकर शरीर भी बना है. बेहतर और खुशहाल जीवन जीने के लिए इन सभी दिशाओं का दोष रहित होना सबसे जरूरी है. इन दिशाओं के दोष को दूर करने के लिए जानते हैं सरल से उपाय.
स्वस्तिक:वास्तु विज्ञान के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर सिंदूर से नौ अंगुल लंबा और नौ अंगुल चौड़ा स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं. ऐसा करने से चारों ओर से आ रही नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है तथा वास्तुदोष भी हटता है. हर मंगलवार को यह उपाय करने से मंगल ग्रह से जुड़े दोष भी समाप्त होते हैं.
रसोई में लगाएं बल्ब: वास्तु विज्ञान में रसोई घर को घर की सुख समृद्धि हेतु अतिविशिष्ट माना गया है. रसोई के लिए वास्तु के नियमों के अनुसार, आग्नेय कोण यानी कि दक्षिण-पूर्व दिशा सबसे उचित स्थान मानी गई है. यदि रसोईघर गलत स्थान पर है तो अग्निकोण में बल्ब लगा दें एवं हर रोज ध्यान से उस बल्ब को जलाएं. इससे आपके घर का वास्तुदोष दूर हो जाएगा.
घोड़े की नाल :वास्तु के अनुसार घर में घोड़े की नाल टांगना बेहद शुभ माना जाता है. काले घोड़े की नाल मुख्य द्वार पर लगाने से सुरक्षा एवं सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. घोड़े की नाल अंग्रेजी के अक्षर 'U' के आकार की होती है. ध्यान रहे, घोड़े की नाल अपने आप गिरी हुई होनी चाहिए या फिर आपके सामने घोड़े के पैर से उतारी हुई होनी चाहिए.