शिमला: राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर भाषा एवं संस्कृति विभाग और हिमाचल प्रदेश राज्य संग्रहालय शिमला द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आर्ट फेस्टिवल का रविवार को समापन हो (conclusion of Shimla Art Festival) गया. समापन अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर रिज मैदान (Rajendra vishwanath Arlekar in Shimla Art Festival) पहुंचे. इस आर्ट फेस्टिवल में प्रदेश और अन्य राज्यों के चित्रकारों ने पहाड़ों की खूबसूरती को कैनवास पर उतारा और कोई खूबसूरत चित्र बनाएं. 22 से 24 अप्रैल तक आयोजित इस उत्सव में 200 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया.इस बार 25 कलाकारों को आमंत्रित किया गया था. सभी प्रतिभागी कलाकारों को विभाग द्वारा कैनवास और रंग प्रदान किए गए.
शिमला आर्ट फेस्टिवल का समापन: रिज पहुंचे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, चित्रों का किया अवलोकन - राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर
राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर भाषा एवं संस्कृति विभाग और हिमाचल प्रदेश राज्य संग्रहालय शिमला द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आर्ट फेस्टिवल का रविवार को समापन हो (conclusion of Shimla Art Festival) गया. समापन अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर रिज मैदान (Rajendra vishwanath Arlekar in Shimla Art Festival) पहुंचे. इस आर्ट फेस्टिवल में प्रदेश और अन्य राज्यों के चित्रकारों ने पहाड़ों की खूबसूरती को कैनवास पर उतारा और कोई खूबसूरत चित्र बनाएं.
इस अवसर पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने चित्रकारों द्वारा बनाए गए चित्र का अवलोकन (Rajendra Arlekar reached Ridge) किया और इस सफल आयोजन के लिए भाषा में संस्कृति विभाग और राज्य संग्रहालय को बधाई दी. राज्यपाल ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है. हर साल रिज मैदान पर आर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है, लेकिन कोरोना के चलते 2 वर्षों से यह फेस्टिवल का आयोजन नहीं हो पाया था और इस बार सफल आयोजन किया गया.
उन्होंने कहा कि इस तरह के मंचों पर चित्रकारों को अपनी कला दिखाने का मौका मिलता (Shimla Art Festival) है. आर्ट फेस्टिवल में चित्रकारों द्वारा बनाए गए चित्र लोगों को कई संदेश देते नजर आ रहे हैं. चित्रकार अपने चित्रों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का भी कार्य करते हैं. उन्होंने सफल आयोजन के लिए आयोजकों और चित्रकारों को भी बधाई दी. वहीं आर्ट फेस्टिवल के दौरान चित्रकारों के चित्रों को देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ उमरी रही. पर्यटक चित्रों को अपने कैमरा में कैद करते नजर आए. चित्रकारों ने शिमला के ऐतिहासिक चर्च और बर्फ से लदे पहाड़ों और हरियाली को कैनवास पर उतारा, वहीं सामाजिक संदेश भी दिया.