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कई दिनों से धधक रहे किन्नौर के जंगल, वन विभाग की मदद के लिए भेजी गई क्यूआरटी टीम

जनजातीय जिला किन्नौर में करीब 8 ग्रामीण इलाकों में लगी आग बुझने का नाम नहीं ले रही है. आग के कारण जंगली जानवरों के साथ-साथ वन संपदा को भारी नुकसान हो रहा है. जंगल में बढ़ती आग को देखते हुए जिला प्रशासन ने होमगार्ड और क्यूआरटी टीम को फॉरेस्ट विभाग की मदद के लिए भेजा है.

QRT team sent to extinguish forest fire in Kinnaur
किन्नौर के जंगल में आग.

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Published : Oct 21, 2020, 5:01 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के करीब आठ ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक जंगलों में इन दिनों आग लगी हुई है. ऐसे में किन्नौर के नीले आसमान में इन दिनों धुंआ ही धुंआ नजर आ रहा है. आग के कारण जंगल मे रहने वाले जंगली जानवरों पर भी अब बड़ा खतरा मंडरा रहा है. कुछ जीव-जंतु तो इस आग की वजह से अपने आशियाने खो चुके हैं.

जंगल बढ़ती आग को देखते हुए प्रशासन ने होमगार्ड व क्यूआरटी टीम को फॉरेस्ट विभाग व ग्रामीणों की आग बुझाने में सहायता के लिए भेजने के निर्देश दिए है ताकि जंगलों के आग पर काबू पाया जा सके.

वीडियो रिपोर्ट.

डीसी किन्नौर गोपालचन्द ने कहा कि जिला किन्नौर के करीब 8 से अधिक ऐसे स्थान है जहां के जंगलों में इन दिनों आग लगने की घटना सामने आई है. जिसकी वजह से वन संपदा को भारी नुकसान हुआ है. लंबे समय से संबंधित इलाके के ग्रामीण आग बुझाने के लिए जंगलों की ओर आवाजाही कर रहे हैं लेकिन आग पर काबू पाना मुश्किल है. आगजनी की बढ़ती घटना को देखते हुए अब प्रशासन ने आग बुझाने में वन विभाग की मदद के लिए होमगार्ड और क्यूआरटी टीम जंगल में भेजना का निर्देश दिया है.

बता दें, कि किन्नौर के जंगलों में लगी आग से पूरा क्षेत्र धुंआ धुंआ हुआ है, जिससे जिला किन्नौर के पर्यावरण पर भी खासा असर देखने को मिल रहा है. वहीं, इन दिनों सेब का सीजन चला हुआ है और जंगलों में लगी आग के कारण सेब के सीजन पर इसका असर पड़ता दिख रहा है. किन्नौर की पहाड़ियां खतरनाक होने के कारण जंगलों में आग बुझाने में भी विभाग समेत ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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