शिमला:आज देश भर में राष्ट्रपति पद के लिए वोट डले. राजधानी शिमला स्थित हिमाचल विधानसभा में भी राष्ट्रपति के पद के लिए मतदान हुआ. जहां पर कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने अपना (presidential election 2022 in himachal) वोट दिया. वहीं, राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव ईवीएम से न करवाकर बैलेट पेपर से करवाने पर कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने सवाल खड़े किए.
Presidential Election in Himachal: राष्ट्रपति का चुनाव बैलेट पेपर से तो विधानसभा और लोकसभा के चुनाव EVM से क्यों?: रामलाल ठाकुर
देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान हुआ. हिमाचल विधानसभा में भी राष्ट्रपति के पद के लिए मतदान हुआ. जहां पर कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने अपना (presidential election 2022 in himachal) वोट दिया.
बैलेट पेपर से ही करवाए जाएं विधानसभा और लोकसभा चुनाव:कांग्रेस नेताओं नेआरोप लगाया कि जब राष्ट्रपति के चुनाव बैलेट पेपर पर हो सकते हैं तो विधानसभा और लोकसभा के चुनाव (Himachal Pradesh Legislative Assembly election) क्यों ईवीएम मशीन से करवाए जा रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि विधायकों और सांसदों के चुनाव भी बैलेट पेपर से ही होने चाहिए.
ईवीएम मशीन पर नहीं विश्वास:उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ की संभावनाएं रहती हैं और ऐसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं. लोगों को भी इस पर विश्वास नहीं है. यदि सरकार को ईवीएम पर इतना विश्वास है तो राष्ट्रपति के चुनाव बैलेट पेपर से क्यों करवाए गए. उन्होंने कहा कि उपचुनाव और छोटे राज्यों के चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं की जाती. बड़े राज्यों के चुनाव और लोकसभा के चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ की जाती है. हालांकि उन्होंने दावा किया कि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिंह हैं और वे पहले भाजपा में ही थे और वहां पर उनके भाजपा के कई नेताओं से अच्छे संबंध हैं, ऐसे में क्रॉस वोटिंग हो सकती है.
ये भी पढ़ें:राष्ट्रपति चुनाव 2022: सीएम जयराम बोले- द्रौपदी मुर्मू की होगी शानदार जीत