शिमला:चुनावी साल में राजनेता बड़ा संभल कर बोलते हैं, लेकिन हिमाचल कांग्रेस की मुखिया प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh) का एक बयान पार्टी के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकता है. प्रतिभा सिंह ने लाहौल दौरे में बयान देते हुए गुड़िया दुष्कर्म व हत्या मामले को छोटा मामला (Pratibha Singh statement on Kotkhai Gudiya case) बताया था. उसके बाद से ही गुड़िया दुष्कर्म व मर्डर केस फिर से सुर्खियों में आ गया है. भाजपा प्रतिभा सिंह के इस बयान को लेकर हमलावर हो गई है.
वहीं, कांग्रेस के नेता प्रतिभा सिंह के बयान को डिफेंड करने में लगे हैं. पांच साल पहले जुलाई महीने में ही ये जघन्य अपराध हुआ था. अब चुनाव के समय में प्रतिभा सिंह ने जाने-अनजाने गुड़िया मामले को छोटा मामला बता कर पार्टी को असहज कर दिया है. हैरानी की बात है कि जिस केस को सुलझाने में सीबीआई को पसीने छूट गए, जिस केस में सीबीआई निदेशक तक को हाईकोर्ट ने तलब कर लिया था, उसी केस को प्रतिभा सिंह छोटा मामला बता रही हैं. यही नहीं, एक तरह से वीरभद्र सिंह सरकार की विदाई में भी गुड़िया मामले से उपजा आक्रोश ही मुख्य कारण माना गया था, अब ऐसा प्रतीत होता है कि उसी केस को छोटा बताने से चुनावी साल में कांग्रेस सेल्फ गोल कर रही है.
2017 में दुष्कर्म की बाद हुई थी गुड़िया की हत्या: प्रतिभा सिंह का यह बयान हिमाचल के सबसे दर्दनाक और जघन्य अपराध को लेकर आया है. जिला शिमला के कोटखाई में 4 जुलाई 2017 को दसवीं कक्षा की छात्रा की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी. सीबीआई को इस केस को सुलझाने में पसीने छूट गए थे. जिस जघन्य अपराध ने समूचे हिमाचल को आंदोलित कर दिया और आम जनता सड़कों पर उतर आई, उसे ही छोटा मामला बताकर प्रतिभा सिंह ने राजनीतिक रूप से अपरिपक्वता दिखाई है. ये कोई पहला अवसर नहीं है कि प्रतिभा सिंह ने ऐसा बयान दिया हो.
प्रतिभा सिंह के करगिल युद्ध पर दिए गए बयान पर भी हुआ था विवाद: इससे पहले भी प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय उपचुनाव के समय कहा था कि करगिल युद्ध कोई बड़ा युद्ध नहीं था. करगिल वार छोटी-मोटी वार थी. उस दौरान प्रतिभा सिंह व कांग्रेस ने येन-केन-प्रकारेण इस मसले पर फेस सेविंग की थी. लेकिन गुड़िया हत्याकांड को लेकर कांग्रेस पार्टी असहज दिख रही है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री प्रतिभा सिंह के इस बयान पर लीपापोती करते हुए उल्टा सवाल कर रहे हैं कि भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल में डेढ़ हजार रेप हुए हैं, ऐसे में भाजपा के पास कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
उन्होंने कहा कि गुड़िया मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Former Himachal Chief Minister Virbhadra Singh) ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि प्रतिभा सिंह इस बयान पर माफी क्यों मांगे? वे एक महिला हैं और उन्हीं के पति तथा तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह ने गुड़िया केस में सीबीआई जांच करवाई थी, जिससे कांग्रेस सरकार की गंभीरता व संवेदनशीलता का पता चलता है.