शिमला: हिमाचल को अपना दूसरा घर मानने वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने ऊना दौरे में जैसे ही स्थानीय बोली में अपने भाषण की शुरुआत की, इंदिरा गांधी स्टेडियम में तालियां गूंज उठी. पीएम मोदी ने पंजाबी मिश्रित ऊना की बोली (PM modi address rally in Una) में कहा- होर भई ऊन्ने आलेयो, किंवे हाल-चाल तुहाड़ा-ठीक-ठाक हो. आगे मोदी ने कहा- मां चिंतपूर्णी ते गुरु नानकदेव जी दे वंशजा दी इस धरती नूं मेरा प्रणाम. (PM Modi Visit Una) (PM narendra modi address in loacal language in una)
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुरु नानक जी को स्मरण करते हुए, गुरुओं को स्मरण करते हुए मां चिंतपूर्णी के चरणों में नमन करते हुए धनतेरस व दीवाली से पहले हिमाचल को हजारों करोड़ रुपए से उपहार देते हुए मुझे खुशी हो रही है. पीएम ने कहा कि हिमाचल में ऊना में दीवाली समय से पहले ही आ गई. उन्होंने करवा चौथ के त्यौहार पर मौके की नजाकत के अनुसार यहां की माताओं व बहनों को शक्ति स्वरूपा बताया और कहा कि उन्हें माताओं-बहनों की आशीर्वाद मिला है. (PM Modi Visit himachal )
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल और खासकर ऊना के साथ अपने लगाव को याद किया. उन्होंने यहां के गन्ने और घंडियाली की सब्जी के स्वाद को भी याद किया. जैसे ही पीएम ने गन्ने और घंडियाली के स्वाद को याद किया, पंडाल में फिर से तालियां गूंज गईं. दरअसल, प्रधानमंत्री हिमाचल में जहां भी जाते हैं, वहां के स्थानीय व्यंजनों व परंपराओं को जरूर याद करते हैं. हिमाचल भाजपा का प्रभारी रहते हुए नरेंद्र मोदी ने संपूर्ण हिमाचल का दौरा किया है. इस दौरान वे यहां के जनजीवन व लोक परंपराओं से रूबरू हुए और उन्हें इनके बारे में अच्छी जानकारी है. (Himachal Traditional Food for PM Modi)
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब वे यहां पार्टी का काम करते थे तो उन्हें मां चिंतपूर्णी के दरबार में कई बार माथा टेकने का सौभाग्य मिला है. उन्होंने कहा कि जब भी यहां आता हूं तो सारी यादें आंखों के सामने तैर जाती हैं. इस तरह नरेंद्र मोदी ने अपने ऊना दौरे में यहां की जनता के साथ जुड़ने के लिए अपने राजनीतिक कौशल का परिचय दिया. उन्होंने कहा कि हिमाचल की नदियां, पहाड़, झरने, उपजाऊ जमीन, खेत और पर्यावरण अमूल्य हैं. प्रकृति ने इस पहाड़ी प्रदेश को कई वरदान दिए हैं, लेकिन पूर्व में सरकारों ने यहां कनेक्टिविटी पर ध्यान नहीं दिया.