शिमला/नई दिल्ली: करगिल विजय दिवस के 20 साल पूरा होने पर दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में शनिवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया. प्रधानमंत्री ने करगिल युद्ध में शहीद जवानों को नमन किया.
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान को भी खरी-खरी सुनाई. पीएम मोदी ने कहा कि आज लड़ाइयां अंतरिक्ष तक पहुंच गई हैं और साइबर स्तर पर भी लड़ी जाती हैं. इसलिए सेना को आधुनिक बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है.
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने करगिल युद्ध के हीरो और अपने साहस से दुश्मनों को धूल चटाने वाले हिमाचल के परमवीर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को भी याद किया. अपने भाषण में पीएम ने कैप्टन विक्रम बत्रा की एक लाइन का जिक्र किया जो वो हमेशा कहा करते थे.
पीएम ने अपने भाषण में कहा, ''परमवीर चक्र पाने वाले हिमाचल प्रदेश के सपूत जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स के कैप्टन विक्रम बत्रा ने जब कहा था, ये दिल मांगे मोर तो उनका दिल किसके लिए मांग रहा था. अपने लिए नहीं, धर्म या जाति के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए, मां भारती के लिए''.
पीएम ने कहा कि हम अपने वीर जवानों की कुर्बानियों को व्यर्थ नहीं होने देंगे. हम उनसे प्रेरणा लेंगे और उनके सपनों का भारत बनाने के लिए हम भी अपनी जिंदगी खपाते रहेंगे. भाषण के बाद पीएम मोदी ने कैप्टन बत्रा के पिता से मुलाकात भी की.
बता दें कि कैप्टन बत्रा ने करगिल युद्ध के दौरान पॉइंट 4875 से दुश्मनों को खदेड़ दिया था. जब वह अपने घायल सैनिकों को वापस ला रहे थे, तब दुश्मन की गोली का शिकार हो गए और देश ने एक बहादुर बेटा खो दिया था. उनकी बहादुरी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुश्मनों ने उनका कोड-नेम शेरशाह रखा था.
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