शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवभूमि हिमाचल को यूं ही अपना दूसरा घर (PM Modi Connection With Himachal) नहीं कहते हैं. उनके हिमाचल से लगाव के उदाहरण समय-समय पर मिलते रहते हैं. पीएम मोदी नब्बे के दशक में हिमाचल भाजपा के प्रभारी रहे हैं. उनकी रणनीति की वजह से ही 1998 में हिमाचल में भाजपा की सरकार ने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था. प्रभारी रहते हुए नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के हर हिस्से का दौरा किया है, यही कारण है कि वो यहां की संस्कृति के साथ-साथ सामाजिक व राजनीतिक हालात से परिचित हैं.
अब केंद्र में सत्ता के आठ साल पूरा होने का जश्न भी शिमला में मनाया जा रहा है. बेशक 31 मई को पीएम मोदी शिमला से केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों के संवाद करेंगे और रैली को संबोधित करेंगे, लेकिन इसे आठ साल के कार्यकाल का जश्न भी कहा जाएगा. फिर नरेंद्र मोदी जून महीने में धर्मशाला आएंगे. यहां देश भर के मुख्य सचिवों की कॉन्फ्रेंस होगी.
एक दशक में कई बार हिमाचल आए नरेंद्र मोदी:नरेंद्र मोदी एक दशक में कई बार हिमाचल आए हैं. दिसम्बर 2017 में जब हिमाचल में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा ने सत्ता संभाली थी, तो शपथ समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी आये थे. उस दौरान मोदी ने रोड शो किया था और इंडियन कॉफी हाउस शिमला (Indian Coffee House Shimla) में अपनी पसंद की कॉफी भी पी थी. उसके बाद शिमला का इंडियन कॉफी हाउस और अधिक जिज्ञासा का केंद्र बन गया था. अब कॉफी हाउस में पीएम मोदी की कॉफी पीते हुए फोटो लगाई गई है.
इंडियन कॉफी हाउस शिमला में कॉफी का लुत्फ उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो) हिमाचल से जुड़ी यादें साझा करते रहते हैं नरेंद्र मोदी:नरेंद्र मोदी जब भी हिमाचल आते हैं, वे यहां से जुड़ी यादें साझा करते हैं. शिमला में वे जाखू में हनुमान मंदिर (Hanuman Temple in Jakhu) जाते रहे हैं. इंडियन कॉफी हाउस में वे स्थानीय मीडिया कर्मियों से नब्बे के दशक में राजनीतिक चर्चाएं करते रहे हैं. इसका जिक्र उन्होंने शिमला में 27 दिसम्बर 2917 की रैली में किया था.
शिमला में जाखू में हनुमान मंदिर मंडी में पीएम मोदी ने मंडयाली बोली में जनसभा को किया था संबोधित: पीएम मोदी ने मंडी में राजनीतिक रैलियां (pm modi rally in mandi) की हैं. वे मंडी में मंडयाली बोली में बात करते हैं. इस तरह वे जनता के साथ भावुक संवाद कायम कर लेते हैं. पहली बार पीएम बनने के बाद वे जब मंडी आये थे तो भी उन्होंने मंडयाली बोली में संवाद किया था. हर बार वे हिमाचल आते ही इसे अपना दूसरा घर बताते हैं.
मंडी में पीएम मोदी की रैली. (फाइल फोटो) फिलहाल, अब नरेंद्र मोदी अपने प्रधानमंत्री पद के कार्यकाल के 8 साल पूरा होने पर शिमला आ रहे हैं. हिमाचल में ये साल चुनावी साल है. यहां भाजपा मिशन रिपीट का लक्ष्य लेकर चली है. पीएम मोदी के आने के बाद यहां चुनावी माहौल सरगर्म हो जाएगा. मिशन रिपीट न केवल सीएम जयराम ठाकुर, भाजपा मुखिया जेपी नड्डा की साख (BJP National President JP Nadda) का सवाल है, बल्कि नरेंद्र मोदी के दूसरे घर के भावुक सम्पर्क का दावा भी कसौटी पर है.
हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के लिए महत्वपूर्ण:गुजरात और हिमाचल में विधानसभा चुनाव मोदी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. गुजरात में तो भाजपा रिपीट करती आई है, लेकिन हिमाचल में चार दशक से कोई सरकार सत्ता रिपीट नहीं कर पाई है. मोदी है तो मुमकिन है, के नारे की मजबूती भी मिशन रिपीट की सफलता पर टिकी है. यदि मोदी है तो मुमकिन है, सच में दमदार नारा है तो हिमाचल में भाजपा का मिशन रिपीट का मार्ग प्रशस्त होगा. ऐसे में पीएम मोदी का 31 मई का दौरा अहम है.
बड़ी काशी का सांसद छोटी काशी में:अक्टूबर 2016 की बात है. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार हिमाचल आए थे. मंडी में उनकी रैली थी. उस समय नरेंद्र मोदी ने मंडी की जनता के साथ भावुक संवाद किया था. तब प्रधानमंत्री ने कहा कि वे लोकसभा चुनाव के समय मंडी आए थे. देश की जनता के समर्थन से वे पीएम की कुर्सी तक पहुंचे, लेकिन बड़ी काशी का यह सांसद छोटी काशी तक देरी से आया. मोदी ने कहा कि उनका दिल घबरा रहा था कि हिमाचल की जनता उनसे नाराज होगी, लेकिन यहां आने पर आपने मुझे जो प्यार दिया है, उससे पता चलता है कि हिमाचल के निवासियों का दिल हिमालय से भी बड़ा है.
पीएम मोदी को त्रिशूल भेंट करते हुए सीएम जयराम ठाकुर. (फाइल फोटो) इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने मंडी की जनता की संवेदनशील नब्ज पर हाथ रखा था. उन्होंने कहा कि मंडी आने पर भला सेपू बड़ी (स्थानीय व्यंजन) कैसे न याद आए. साथ ही कहा कि झोल (एक तरह का तरल व्यंजन) के बिना स्वाद का क्या आनंद है? नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा (International Kullu Dussehra) का जिक्र भी किया और कहा कि था कि दशहरा उत्सव संपन्न है और भगवान रघुनाथ वापस मंदिर में विराज गए हैं.
मोदी खुलकर खुद के हिमाचल से संबंध (PM Modi Relation With Himachal) पर विस्तार से बात करते हैं. वे 1998 के चुनाव के समय भी हिमाचल भाजपा के प्रभारी थे और प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका थी.
हिमाचल को भी अपना घर मानते हैं पीएम मोदी: धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में जब देश-विदेश के कारोबारी आए थे तो उस समय नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi in Global Investors Meet Dharamshala) ने कहा था कि वे खुद मेजबान हैं और कारोबारियों को यहां निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. मोदी ने कहा था कि हिमाचल उनका घर है और वे अपने घर में उद्योगपतियों को निवेश के लिए बुला रहे हैं. नरेंद्र मोदी विगत में मंडी और बिलासपुर में भी रैलियां कर चुके हैं. अटल टनल के लोकार्पण में भी पीएम नरेंद्र मोदी आए थे और अटल बिहारी वाजपेयी और टनल से जुड़े संस्मरण साझा किए थे.
धर्मशाला में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में पीएम मोदी. (फाइल फोटो) क्या कहते हैं विशेषज्ञ: हिमाचल की राजनीति में गहरी पकड़ रखने वाले वरिष्ठ मीडियाकर्मी उदय पठानिया का कहना है कि हिमाचल की जनता से भावुक संवाद कायम करना नरेंद्र मोदी की खासियत है. हिमाचल भाजपा के प्रभारी (Himachal BJP in-charge) रहते हुए उन्होंने प्रदेश के कई लोगों से आत्मीय रिश्ते कायम किए हैं. कुल्लू से लेकर मंडी और शिमला से लेकर सोलन तक कई लोगों से उनके निजी रिश्ते हैं. आठ साल का कार्यकाल पूरा होने पर वे शिमला आ रहे हैं. वे हिमाचल आने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. यही नहीं, पीएम मोदी ने अमेरिका और इजरायल तक में हिमाचल के शहद, गहनों और टोपी की ब्रांडिंग की है.
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क्या कहते हैं वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता: शिमला के वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता दीपक शर्मा का कहना है कि नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रभारी रहते हुए शिमला में प्रवास के दौरान जाखू मंदिर जाना नहीं भूलते थे. दीपक याद करते हैं कि उड़ान योजना के शुभारंभ के समय उन्होंने मुझसे पूछा था- 'क्यों भई दीपक जी जाखू जाते हो रोज अभी भी? दीपक बताते हैं कि जब उन्होंने हां जी कहा तो नरेंद्र मोदी बोले कि मेरी तरफ से भी हनुमान जी को प्रणाम कहना.' वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Himachal Pradesh Chief Minister Jairam Thakur) के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल को कई तोहफे दिए हैं. केंद्र की मदद से हिमाचल में कई परियोजनाएं शुरू हो पाई हैं.
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