शिमला:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल से गहरा नाता है. वे देवभूमि हिमाचल को अपना दूसरा घर (PM Narendra Modi attachment to Himachal) बताते हैं. नरेंद्र मोदी नब्बे के दशक में हिमाचल भाजपा के प्रभारी थे. उस दौरान मोदी ने कुल्लू से किन्नौर व शिमला से सिरमौर तक प्रदेश के कोने-कोने में यात्राएं की. इस कारण वे हिमाचल की संस्कृति से परिचित हैं.
मंडी से है खास लगाव: पीएम नरेंद्र मोदी काशी से सांसद हैं और वे छोटी काशी यानी मंडी से खास लगाव रखते हैं. मंडी आने पर मोदी सेपू बड़ी, झोल आदि व्यंजनों की बात करना नहीं भूलते. हिमाचल प्रभारी रहते हुए नरेंद्र मोदी प्रदेश का दौरा करने के (PM Narendra Modi in Himachal) बाद शिमला प्रवास करते थे. वे शिमला के इंडियन कॉफी हाउस में मीडिया के लोगों से मिलते थे. उन्हें अभी भी शिमला के मीडिया कर्मियों के नाम स्मरण हैं. शिमला में एक रैली में उन्होंने सबको मंच से याद भी किया था. नरेंद्र मोदी जाखू स्थित हनुमान मंदिर में भी बजरंग बली के दर्शन के लिए जाते थे.
कुल्लू में कई बार किए बिजली महादेव के दर्शन:कुल्लू से भी मोदी को विशेष (PM Modi Relation With Himachal)प्यार है. वे बिजली महादेव के दर्शन करने के लिए कई बार गए हैं. यही नहीं, उन्होंने पैराग्लाइडिंग का शौक भी यहीं पूरा किया है. पीएम बनने के बाद वे एक बार मंडी के दौरे पर आए तो अपने कैमरे से पहाड़ के दृश्य कैद करके उन्हें सोशल मीडिया अकाउंट पर डाला था. अब प्रधानमंत्री के जन्मदिन को हिमाचल भाजपा सेवा पखवाड़े के तौर पर मना रही है.
सीएम जयराम के शपथ समारोह में शामिल हुए थे मोदी: हिमाचल में पहली बार भाजपा की पांच साल तक सरकार चली तो नरेंद्र मोदी ही भाजपा प्रभारी थे. पंडित सुखराम का सहयोग लेने की रणनीति तैयार करने में उनकी भूमिका थी. फिर वर्ष 2014 में वे देश के पीएम बने. पीएम बनने के बाद वे मंडी आए थे. हिमाचल में वर्ष 2017 में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा ने सत्ता संभाली तो पीएम नरेंद्र मोदी शपथ समारोह में शामिल हुए थे.
इंडियन कॉफी हाउस शिमला में पी थी कॉफी:उस समय नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया था और इंडियन कॉफी हाउस शिमला में अपनी पसंद की कॉफी भी पी थी. उसके बाद शिमला का इंडियन कॉफी हाउस और अधिक जिज्ञासा का केंद्र बन गया था. शिमला के इंडियन कॉफी हाउस में पीएम मोदी की कॉफी पीते हुए फोटो लगाई गई है. नरेंद्र मोदी जब भी हिमाचल आते हैं, वे यहां से जुड़ी स्मृतियां सांझा करते हैं. शिमला में 27 दिसंबर 2017 की रैली में मोदी ने अपनी यादों को सांझा किया था.