किन्नौर: रिकांगपिओ प्राकृतिक जल स्रोत को देखने लोग दूर-दराज से आते हैं. पंचायत के गंदगी नहीं फैलाने की पट्टिका लगाने के बावजूद यहां कपड़े धोकर जल प्रपात को मटमैला कर रहे हैं. इतना ही नहीं पंचायत ने जुर्माने का हवाला भी दिया है, लेकिन लोग इसे भी नजर अंदाज कर गंदगी फैला रहे हैं.
किन्नौर के रिकांगपिओ जल स्रोत पर पंचायत के फरमान की अनदेखी, लोगों ने बनाया 'कपड़ा धुलाई केंद्र' - पंचायत के फरमान की भी अनधेखी
किन्नौर का रिकांगपिओ प्राकृतिक जल स्रोत पर गंदगी नहीं करने को लेकर पंचायत ने पट्टिका भी लगा रखी है और जुर्माना भी तय किया है. बावजूद इसके यहां के लोग पंचायत के फरमान को दरकिरनार कर कपड़ों को धो रहे हैं. इससे जल स्त्रोत का पानी गंदा हो रहा है.
जनजातीय जिले किन्नौर में रिकांगपिओ एक मात्र प्राकृतिक जल स्रोत है जो लोगों की गंदगी फैलाने के कारण लगातार खराब हो रहा है. इसको लेकर अन्य लोगों में नाराजगी भी हैं. नाराजगी का कारण साफ है रिकांगपिओ स्थित दो नालू नामक स्थान पर एक प्राकृतिक जल स्रोत है जिसमे तीन जगह पीने का पानी निकलता है. लोग सुबह-शाम जल स्रोत से पीने के लिए पानी ले जाते हैं. गंदा पानी निचली और से ग्रामीण इलाकों में जाता है. इससे गांवों के लोगों में भी नाराजगी है.
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