रामपुरःकोरोना माहामारी के बाद राजकीय आयुर्वेदक चिकित्सालय रामपुर में पंचकर्म शुरू हो चुका है. पंचकर्म आयुर्वेद का एक प्रमुख शुद्धिकरण एवं मद्यहरण उपचार है. इसकी जानकारी डॉक्टर सुमेश कटोच ने दी.
डॉक्टर सुमेश कटोच ने बताया कि रामपुर के आयुर्वेदिक चिकित्सालय को कोरोना काल के बाद एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है. अभी तक लगभग 70 से 90 लोगों का इस पद्धति द्वारा इलाज किया जा चुका है.
आयुर्वेदिक चिकित्सालय रामपुर के इंचार्ज डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि आयुर्वेदिक अस्पताल में पंचकर्म शुरू कर दिया गया है. स्टाफ की कमी के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
5 से 6 स्टाफ की आवश्यकता
पंचकर्म को सुचारू रूप से चलाने के लिए लगभग 5 से 6 स्टाफ की आवश्यकता रहती है, लेकिन अभी एक या दो स्टाफ ही काम कर रहे हैं. जिस कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.