शिमलाःप्रदेश में यूजीसी ने स्नातक स्तर की परीक्षाओं को करवाने के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं. साथ ही यूजीसी ने कॉलेज में अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं को करवाना अनिवार्य किया है. यूजीसी के इस फैसले को लेकर एनएसयूआई ने शुक्रवार को डीसी ऑफिस के बाहर विरोध प्रर्दशन किया.
इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने यूजीसी की ओर से परीक्षाओं को लेकर जारी की गाइडलाइंस की प्रतिलिपि जलाई. साथ ही एनएसयूआई ने 'एग्जाम फर्स्ट, बट लाइफ मस्ट' का नारा दिया.
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 की वजह से पूरे देश मे स्थिति खराब बनी हुई है, लेकिन यूजीसी और सरकार छात्रों की चिंता को छोड़कर परीक्षाएं करवाने का समर्थन कर रही है, जोकि गलत है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से छात्रों के स्वास्थ्य को खतरे में डाला जाएगा.
छत्तर सिंह ठाकुर ने कहा कि परीक्षाएं करवाने में पहले ही देरी हो चुकी है. अभी परीक्षाएं करवाई जाती हैं, तो एचपीयू परिणाम समय पर घोषित नहीं कर पाएगा, जिससे छात्रों का पूरा साल बर्बाद होगा.