शिमला:आईजीएमसी प्रशासन ने अब सरकारी लैब में ही 24 घंटे सातों दिन इंडोर और इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के टेस्ट करवाने का निर्णय लिया है. इसके लिए प्रशासन ने सभी विभागाध्यक्षों, सीएमओ और क्लीनिकल नोडल ऑफिसरों को आदेश जारी कर दिए हैं कि जो भी मरीज एडमिट होंगे या फिर इमरजेंसी में पहुंचेंगे. उनके सैंपल ब्लड बैंक के सामने खोली गई सरकारी लैब में ही करवाएं.
इसमें बकायदा लिस्ट जारी की गई है, जिसमें उन सभी टेस्ट के नाम हैं, जो सरकारी लैब में निशुल्क होंगे. इससे जहां मरीजों की परेशानी बचेगी वहीं, उन्हें अब टेस्ट के लिए पैसा खर्च करने की जरूतर नहीं रहेगी. क्योंकि अभी तक यदि इसमें नार्मल टेस्ट भी करवाने होते हैं तो 300 से 400 रुपये तक खर्च हो जाते हैं.
अस्पताल में एडमिट होने या इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों के रूटीन के टेस्ट सबसे पहले किए जाते हैं. ऐसे में इन टेस्टों के फ्री होने से भी मरीजों को काफी फायदा मिलेगा. बता दें कि अभी तक आईजीएमसी में सरकारी लैब केवल सुबह 9:30 से दोपहर 12 बजे तक कार्य करती थी. इसमें भी टेस्ट की फीस चुकानी पड़ती थी.
वहीं, उसके बाद मरीजों को एसआरएल लैब में सैंपल देने पड़ते थे. दोपहर 12 से दूसरे दिन सुबह 9 बजे तक यहीं पर सैंपल लिए जाते थे. यहां पर भी सरकारी दरों पर ही पैसा चुकाना पड़ता है, मगर लोगों को लंबी कतारों में लगना पड़ता है. ऐसे में अब सरकारी लैब में टेस्ट होने से लोगों को सुविधा मिलेगी, क्योंकि सरकारी लैब में मरीज अपने सैंपल आसानी से दे सकेंगे. हालांकि एसआरएल में भी लोग सैंपल दे सकेंगे.