शिमला: आईजीएमसी की न्यू ओपीडी के लिए लक्कड़ बाजार की ओर से बन रहे नए रास्ते के लिए दर्जनों पेड़ कटने शुरू हो गए हैं. आईजीएसमसी प्रशासन ने निर्णय लिया है कि जैसे ही नया भवन तैयार होगा पुराने भवन की सारी ओपीड़ी नए भवन में शिफ्ट होंगी. पुराने भवन में वार्ड और डॉक्टर्स के ही कमरे ही रहेंगे.
कब तक इंसानों की सुविधा के लिए चढ़ेगी पेड़ों की बलि, IGMC में चली हरे वृक्षों पर कुल्हाड़ी
आईजीएमसी में बन रही न्यू ओपीड़ी भवन के लिए लकड़बजार की तरफ से नाले होकर आने वाले मार्ग से न्यू ओपीड़ी के लिए मार्ग बनाया जाएगा. न्यू ओपीड़ी के लिए नया मार्ग बनाने के लिए आईजीएमसी के नाले में लगे दर्जनों हरे-पेड़ों को काटना शुरू कर दिया गया है.
इसी कड़ी में न्यू ओपीड़ी के लिए बन रहे नए मार्ग के लिए इन दिनों आइजीएमसी के नाले में दर्जनों हरे पेड़ों का कटान शुरू हो गया है, प्रतिदिन हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई जा रही है. बता दें कि आईजीएसमसी का नया भवन 13मंजिल का होगा और इसकी उंचाई 47 मीटर होगी. आइजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज का कहना है कि नया भवन जल्द बनेगा इसी के लिए नया रास्ता बनाया जा रहा है.
एक तरफ जहां प्रदेश में हरियाली बढ़ाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ आईजीएमसी के लिए बन रहे नए रास्ते के लिए दर्जनों पेड़ों की दी जा रही बलि पर पर्यावरण प्रेमियों ने सवाल उठाए हैं. अभी हाल ही में प्रेदश को हरा भरा बनाने के लिए सरकार की ओर से वन महोत्सव भी मनाया गया था. इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री समेत कैबिनेट मंत्रियों ने भी पूरे प्रदेश में पौधारोपण कर पेड़ बचाने और पेड़ लगाने का संदेश जनता को दिया था.