शिमला: मंगलवार एक फरवरी को पेश हुए केंद्रीय बजट में हिमाचल के लिहाज से एक और महत्वपूर्ण योजना का ऐलान हुआ है. इस योजना का नाम है पर्वतमाला योजना (parvat mala project). केंद्र सरकार की पर्वतमाला योजना का उद्देश्य पहाड़ी राज्यों में ट्रांसपोर्टेशन के आधुनिक साधनों की व्यवस्था करना है. इस योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को शामिल किया गया है.
बजट 2022-23 में क्या है- अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पहाड़ी राज्यों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए पीपीपी मोड पर रोप-वे का निर्माण होगा. इस तरह की आधुनिक परिवहन सुविधाएं ऐसी भीड़-भाड़ या दुर्गम इलाकों में कारगर सिद्ध होंगी जहां अन्य या परंपरागत परिवहन सुविधाएं उपयोग में नहीं लाई जा सकती.
निर्मला सीतारमण ने साल 2022-23 में 60 किलोमीटर के 8 रोप-वे प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया. हालांकि ये प्रोजेक्ट्स किन राज्यों में कहां-कहां लगेंगे, इनका जिक्र अभी नहीं किया गया है. नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम (national ropeway development programme) के तहत पीपीपी मोड के जरिये इस तरह के प्रोजेक्ट का निर्माण होगा.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा- हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य जहां पर्यटन (tourism in himachal) राज्य की आर्थिकी का मुख्य जरिया है, वहां इस तरह के प्रोजेक्ट खासकर रोप-वे प्रोजेक्ट्स की अहम भूमिका है. शिमला से लेकर धर्मशाला तक बने रोप-वे प्रोजेक्ट (ropeway project in himachal) कनेक्टिविटी का अच्छा जरिया हैं. जिससे पर्यटकों को भी सुविधा होती है.