शिमलाःनगर निगम शिमला नेगुरुवार को अपना 2021-22 का वार्षिक बजट पेश किया. 24 लाख के सरप्लस बजट के साथ इस बार नगर निगम ने 222 करोड़ का बजट पेश किया है. हालांकि यह बजट पिछले साल के बजट से 3 करोड़ कम कर दिया गया है. कोरोना के चलते राहत की आस लगाए बैठे शहरवासियों को कोई राहत नगर निगम ने बजट में नही दी है.
बिजली पर लगाया सेस
नगर निगम ने बिजली पर सेस लगाकर लोगों पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है. इसके अलावा शहर में ग्रीन टैक्स लगाने के साथ ही शराब की बोतल पर सैस को 2रु से बढ़ाकर 5रु किया गया है. साथ ही शहर में आ रहे कुरियर पर 5रु शुल्क लगाने की घोषणा भी की गई.
महापौर ने बजट को बताया जनहितेषी
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने इसे जनहित वाला बजट करार दिया है. उन्होंने कहा कि शहर की जनता को राहत देते हुए बजट में कई नई योजनाएं शुरू की गई हैं और कोशिश की गई है कि शहर की जनता पर कोई अतिरिक्त कर न लगाया जाए.
बीपीएल परिवारों का कूड़ा शुल्क माफ
सत्या कौंडल ने कहा कि बीपीएल परिवारों को कूड़ा शुल्क माफ किया गया है और शहर में पार्क, पार्किंग बनाने के साथ ही मोनोरेल शुरू करने और ग्रीन टैक्स लगाने को मंजूरी दी गई है. इससे नगर निगम की आय बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि नगर निगम के आय के स्त्रोत काफी सीमित हैं और निगम अपनी आय के स्त्रोत बढ़ाने का प्रयास कर रहा है. साथ ही प्रदेश सरकार से भी अनुदान बढाने की मांग की जाएगी.
आय बढ़ाने के लिए ये लिए फैसले
नगर निगम शिमला छोटे-बड़े वाहन के लिए पार्किंग का निर्माण करेगा और इन पार्किंग को खुली बोली लगाकर आवंटित किया जाएगा, जिससे लगभग 10 करोड़ की आय प्रतिवर्ष नगर निगम को होगी. नगर निगम की दुकानों एवं लीज पर दी गई संपत्तियों को बहुत कम कमाई हो रही है. नगर निगम शिमला वित्त वर्ष 2021 में आंकलन करके किराए को बढ़ाएगा.
1 करोड़ की आय प्राप्त होने की संभावना
निगम अपनी संपूर्ण संपत्तियों को चिन्हित कर व्यवसायी कार्यों के लिए प्रयोग करेगी. इसके अलावा शहर में अचल संपत्तियों के पंजीकरण पर ड्यूटी लगाने की व्यवस्था को दोबारा से शुरू किया जाएगा, जिसमें नगर निगम को एक करोड़ की आय प्राप्त होने की संभावना है.