शिमला: धर्मशाला में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट 2019 को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इन दिनों विदेश दौरे पर हैं. मंगलवार को सीएम जयराम ठाकुर दुबई में संयुक्त अरब अमिरात (यू.ए.ई) के महासचिव जमाल अल जरवान से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्य में खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिकस, पर्यटन और बिजली आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए विद्यमान अपार संभावनाएं उपलब्ध होने के बारे महासचिव को अवगत करवाया.
महासचिव जमाल अल जरवान ने कहा कि यूएई भारत में खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिकस और बुनियादी ढांचे में निवेश का इच्छुक है. उन्होंने खुशी जाहिर की कि वर्तमान में भारत और यूएई के बीच करीब 60 बिलियन डॉलर का व्यापार हो रहा है और यूएई सरकार इसे 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि यूएई की सरकार अधोसंरचना में निवेश कर रही है और उसके पास राजकीय कोष में अतिरिक्त धन उपलब्ध होने के कारण निवेश के लिए सभी संभावित अवसर तलाश रहा है.
जमाल ने अब्बू धाबी और दुबई में विभिन्न क्षेत्रों के किए गए निवेशों के बारे में भी सीएम जयराम को अवगत कराया. साथ ही, उन्होंने कहा कि यूएई हिमाचल प्रदेश में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में भी हिस्सा लेगा.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जाफजा और डीपी वर्ल्ड मोहम्मद अल मुल्लेम से भी मुलाकात की. मुल्लेम ने कहा कि उनका समूह हिमाचल में निवेश करने के लिए विशेष रूप से लॉजिस्टिक्स और परिवहन के अलावा बागवानी एवं कृषि उत्पादों के आयात-निर्यात में उत्सुक है.
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सीएम जयराम की उपस्थिति में राज्य सरकार और विभिन्न उद्यमियों के बीच कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. मैसर्स एमकेएस ग्रुप के साथ नेचुरोपैथी रिजॉर्ट के लिए 100 करोड़ रुपये और कम लागत वाले हाउसिंग के लिए 150 करोड़ रुपये के निवेश के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.