शिमला: हिमाचल प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे नेताओं के बीच बयानबाजी और जुबानी जंग भी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीच हुई जुबानी जंग के बाद बीजेपी-कांग्रेस के नेता भी अब एक-दूसरे पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. शुक्रवार को वन मंत्री राकेश पठानिया के नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री पर निशाना साधा था. अब मुकेश अग्निहोत्री के बचाव में उतरते हुए शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने वन मंत्री राकेश पठानिया को अपनी (Vikramaditya singh on rakesh pathania) खालटी में रहने की नसीहत दी है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक ऐसे मंत्री को प्रेस वार्ता करने के लिए उतारा, जो बेलगाम है. उन्होंने कहा कि नूरपुर में रणवीर सिंह निक्का की महारैली के बाद पठानिया बुरी तरह बौखला गए हैं और ऐसे में वह उल-जलूल बयानबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं. विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को नसीहत दी कि उन्हें प्रेस वार्ता करने के लिए किसी ऐसे मंत्री को उतारना चाहिए था, जिसका गिरेबान खुद स्वच्छ और साफ होता. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने बीते साढ़े 4 साल में कोई विकास कार्य नहीं किया. अब विधानसभा चुनाव नजदीक आता देख भाजपा के नेता लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.
विक्रमादित्य सिंह ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वह अपने पांच ऐसे कार्य जनता के सामने रखें, जिसे बीजेपी सरकार में शुरू कर उसका उद्घाटन किया हो. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में जो विकास कार्य हो रहे हैं, वो सभी कांग्रेस सरकार ने शुरू किए थे. उन्होंने कहा कि जिस मनरेगा योजना की बीजेपी आलोचना करती थी, आज उसी मनरेगा की बीजेकी प्रशंसा करते नजर आती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनके मंत्रियों ने साढ़े 4 साल में कोई विकास कार्य नहीं किया और अपनी हार को नजदीक आता देख वे ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं.