शिमला: अकसर बेबाक बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता और ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला ने (Jwalamukhi MLA Ramesh Dhawala) एक बार फिर अपनी ही पार्टी को सलाह दे डाली है. धवाला ने कहा कि संगठन को चुनावी साल में टिकट वितरण को लेकर संभलकर बयान देना चाहिए. धवाला उस संदर्भ में बात कर रहे थे, जिसमें भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने विधानसभा चुनाव में टिकट काटने को लेकर सीधे-सीधे शब्दों में बयान दिया था. विधायक रमेश धवाला बोले, वे संगठन से चाहेंगे कि ऐसे समय में बात को सलीके से कहा जाए ताकि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हतोत्साहित ना हों.
विधायक रमेश धवाला ने कहा कि मीडिया में पढ़ने को मिला है कि संगठन ने कई विधायकों व मंत्रियों के टिकट काटने के बारे में तल्ख शब्दों में बयान दिया है. धवाला ने कहा कि ऐसे बयान पार्टी के लिए घातक हैं. हाईकमान को खुद समीक्षा करनी चाहिए और जो नेता जीतने की स्थिति में है उसे टिकट मिलना चाहिए. रमेश धवाला का कहना था कि पार्टी को सभी के साथ की जरूरत होती है. जिन लोगों का टिकट कटता है अथवा जो वरिष्ठ नेता हैं उनके सहयोग समर्थन व साथ की जरूरत हमेशा रहती है. जब टिकट कटेंगे तब की बात तभी देखेंगे. शिमला में अनौपचारिक बातचीत में धवाला ने कहा कि कांगड़ा जिला सबसे बड़ा है और यहां भाजपा की स्थिति मजबूत है. लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को रिकॉर्ड तोड़ मत मिले थे.
रमेश धवाला ने हिमाचल में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को लेकर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की. कांग्रेस पर तंज कसते हुए धवाला ने कहा (MLA Ramesh Dhawala Targeted congress) कि जब तक राहुल गांधी उनकी पार्टी के स्टार प्रचारक हैं कांग्रेस का सुधार नहीं हो सकता. रमेश धवाला ने चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की दुर्गति पर उन्हें आत्म चिंतन की सलाह दी. धवाला ने कहा कि राहुल गांधी और पीएम नरेंद्र मोदी की कोई तुलना नहीं हो सकती है. कांग्रेस की स्थिति निरंतर खराब हो रही है और उन्हें अपनी हालत को परखना चाहिए. उन्होंने आम आदमी पार्टी के वादों पर भी कटाक्ष किया और कहा कि पंजाब में लोन लेकर कर्मचारियों का वेतन दिया जा रहा है.
विधायक रमेश धवाला ने कहा कि हिमाचल के लोग समझदार हैं और वे झूठे वादों के झांसे में नहीं आएंगे. अभी तो (MLA Ramesh Dhawala on AAP) पंजाब की आप सरकार को महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए खाते में डालने का वादा पूरा करना है. धवाला ने कहा कि बिना केंद्र की मदद के राज्य विकास नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि हिमाचल के पास खुद के संसाधन सीमित हैं. बेरोजगारी और महंगाई बेशक मुद्दा हैं लेकिन यह सब कोई चार साल में ही नहीं हुआ. उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की मुख्यमंत्री के प्रति नाराजगी को लेकर खेद प्रकट किया. धवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री बारी-बारी से विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और समय आने पर ज्वालामुखी भी आएंगे. ऐसे में कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री के ना आने पर धैर्य का परिचय देते हुए भूख हड़ताल पर जाने की बात नहीं करनी चाहिए.
विधायक होशियार सिंह को रखना चाहिए संयम-वहीं, देहरा के विधायक होशियार सिंह के एक बयान पर रमेश धवाला ने उन्हें शालीन भाषा में अपनी बात कहने की सलाह दी. उल्लेखनीय है कि निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने राज्य सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के प्रति तीखी बयानबाजी की थी. इसी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश धवाला ने कहा कि राजनेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते समय संयमित भाषा का प्रयोग करना चाहिए.
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