किन्नौरःजिला किन्नौर में जनजातीय सलाहकार परिषद की बैठक न होने पर पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने जयराम सरकार पर जनजातीय जिला किन्नौर से भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं.
विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि पिछले दो वर्षों से जिला किन्नौर में संवैधानिक जनजातीय सलाहकार परिषद की बैठक नही हुई है, जिसके चलते किन्नौर के विकास में रुकावटें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि इस परिषद में जनजातीय क्षेत्र के सांसद, सरकार के द्वारा नॉमिनेटिट सदस्य व सरकार के आलाधिकारी इसके सदस्य होते हैं. इस बैठक में किन्नौर के विकास के मुद्दों पर सलाह देती है और बजट का प्रावधान भी करवाया जाता है, लेकिन जनजातीय सलाहकार परिषद की बैठक न होनेइससे कई काम अधर में लटके हैं.
विधायक जगत सिंहनेगी ने कहा कि किन्नौर में अभी तक परिषद की बैठक न होने से साफ जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार किन्नौर में विकास होते नहीं देखना चाहती है. उन्होंने कहा कि जनजातीय सलाहाकार परिषद के अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री जयराम हैं. मुख्यमंत्री किन्नौर में मेलों में व अन्य कार्यक्रमों में शामिल हो रहै हैं, लेकिन किन्नौर की सबसे मुख्य जनजातीय सलाहकार परिषद की बैठक करवाने का समय नही जुटा पा रहे हैं.
विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि किन्नौर में केवल विकास के नाम पर आम जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते यदि किन्नौर में जनजातीय सलाहकार परिषद की बैठक नही की गई और किन्नौर जिले के प्रति सरकार ने रवैया नही बदला तो वे सड़कों पर उतर अंदोलन करने को मजबूर होंगे.
ये भी पढ़ें- महिला प्रधान से छेड़छाड़ का मामला: BDO के तबादले की मांग, CM को भेजा मांगपत्र