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जयराम सरकार जल्द ही बन जाएगी सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाली सरकार: आशीष बुटेल

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Published : Mar 7, 2022, 8:20 PM IST

हिमाचल विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल (Congress MLA Ashish Butail) ने सरकार पर कर्ज को लेकर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हर बार कांग्रेस के 50 साल का राज काज गिनाया जाता है, लेकिन यह भी सच है कि इसमें से 20 साल भाजपा सत्ता में रही है उसने क्या किया.

MLA Ashish Butail on Jairam Govermnet
विधायक आशीष बुटेल

शिमला: हिमाचल विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल ने सरकार पर कर्ज को लेकर जमकर निशाना साधा. बुटेल ने कहा कि 4 वर्षों में 31 मार्च 2022 तक 23 हजार करोड़ का कर्ज हिमाचल सरकार (Debt burden on Himachal Pradesh) ले लेगी. इसके बाद 1 अप्रैल से 12 हजार करोड़ का कर्ज लेना चाहती है. जिससे ये सरकार सब से ज्यादा कर्ज लेने वाली सरकार बन जाएगी.

उन्होंने कहा कि हर बार कांग्रेस के 50 साल का राज काज गिनाया जाता है, लेकिन यह भी सच है कि इसमें से 20 साल भाजपा सत्ता (Congress MLA Ashish Butail) में रही है उसने क्या किया. बुटेल ने कहा कि कर्ज को लेकर सीएम गलत जानकारी दे रहे हैं कि कांग्रेस ने 28 हजार करोड़ का कर्ज लिया, जबकि पूर्व में बजट बुक में ही बताया गया कि कांग्रेस ने 18 हजार 800 करोड़ का लोन लिया था. वो लोन कैपिटल ग्रोथ के लिए लिया गया था.

मगर वर्तमान में सरकार अपने खर्च पूरे कर रही है, जबकि कैपिटल ग्रोथ (MLA Ashish Butail on Jairam Govermnet) के लिए कुछ नहीं किया जा रहा. उन्होंने बजट को पूरी तरह से आंकड़ों का हेरफेर बताया और कहा कि इसमें संसाधन जुटाने का कहीं कोई जिक्र नहीं है. प्रति व्यक्ति आय को दिखाने के लिए सरकार ने अपनी जनसंख्या को ही कम दिखा दिया गया है. कृषि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बजट की कटौती की गई.

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विधायक आशीष बुटेल (MLA Ashish Butail) ने कहा कि इस बजट में लोगों को शेयरो शायरी के मनोरंजन के अलावा कुछ नहीं मिला. प्रदेश की आर्थिक बहुत खराब हो चुकी है, जनता का पेट शेयरो शायरी से नहीं भरने वाला. बुटेल ने कहा कि इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट, बेरोजगारी, कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं कहा गया है. अच्छा होता कि सीएम इसमें उल्लेख करते और बताते कि इन वर्गों के लिए क्या होगा. कई ऐसी योजनाएं हैं जिनकी घोषणा की गई, लेकिन धरातल पर वो कहीं नजर नहीं आई.

चार साल में क्रिमिनल वेस्टेज ऑफ टाइम हुआ है. सत्ता में आने से पहले 69 एनएच की घोषणा की गई जो कहीं नजर नहीं आए. पंचायतों में सूचना पट्ट लगाए गए थे, लेकिन कहीं पर भी नहीं लगाए गए. जहां पर लगे वहां पर नजर नहीं आ रहे. यह बजट पूरी तरह से निराशाजनक है.

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