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रामपुर में सेब के बगीचों में लगा माइट रोग, बागवान परेशान - apple orchards in rampur

रामपुर में सेब पर स्केब, माइट व वुली एप्पल ऐफिड नामक बीमारी ने बागवानों की परेशानी बढ़ा दी है. प्रदेश के सेब उत्पादक क्षेत्रों में माइट का हमला तेजी से बढ़ रहा है.

Mite disease in apple
रामपुर में सेब के बगीचे

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Published : Aug 10, 2020, 4:31 PM IST

रामपुर: उपमंडल रामपुर के सेब उत्पादक क्षेत्रों में सेब के बगीचों में कई प्रकार के रोग फलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. सेब पर लग रही स्कैब, माइट व वुली एप्पल ऐफिड नामक बीमारी ने बागवानों की परेशानी बढ़ा दी है.

प्रदेश के सेब उत्पादक क्षेत्रों में माइट का हमला तेजी से बढ़ रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक प्रमुख कारण जहां मौसम में आ‌र्द्रता (नमी व धूप) का मिश्रण बना हुआ है. वहीं, बागवानों को छिड़काव के बारे में अधिक जानकारी का न होना भी इस रोग को लगातार बढ़ावा दे रहा है. सेब के पौधों में फूल निकलते समय मौसम ने बागवानों का साथ नहीं दिया और तापमान में गिरावट के कारण फ्लावरिंग पर असर पड़ा जिसके कारण बागवानों की 20 प्रतिशत फसल प्रभावित हुई थी.

वीडियो रिपोर्ट

अब सेब की फसल स्कैब, माइट व वुली एप्पल ऐफिड रोग की जकड़ में आने से बागवानों की चिंता बढ़ गई है. बागवानों ने बताया कि आए दिन क्षेत्र में माइट का प्रकोप भी सेब के बगीचों में देखने को मिल रहा है. कुछ ही दिनों में सेब सीजन शुरू हो जाएगा, लेकिन इस समय में माइट बीमारी बगीचों में देखने को मिल रही हैं. बागवान माइट से निजात पाने के लिए बगीचों में छिड़काव कर रहे हैं.

विशेषज्ञ का कहना है कि माइट रोग एक प्रकार का कीड़ा है और पौधे में पत्तों पर अपना आक्रमण शुरू करता है. यह कीड़ा पत्ते की हरियाली चूसता है जिससे पत्तों का रंग ब्राउन हो जाता है. इस रोग से पौधों को मिलने वाली प्राकृतिक खुराक नहीं मिल पाती जिससे फलों के आकार में रुकावट के साथ-साथ फलों में रंग और स्वाद नहीं आता है, जिससे बागवानों को फलों का उचित मूल्य बाजार में नहीं मिल पाता है.

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