शिमला: केंद्र सरकार ने पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण (Pashudhan Yojana 2021) योजना के तहत राज्य में 9 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों के लिए 1.44 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं. यह जानकारी हिमाचल पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बुधवार को बताई. उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में पशु एंबुलेंस सेवा को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को अपने पशुधन के लिए घर-द्वार के समीप ही चिकित्सा सेवा मिलेगी.
उन्होंने कहा कि मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों से प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने में भी बेहतर सहायता मिलेगी. प्रत्येक मोबाइल पशु चिकित्सा (Mobile veterinary facility in Himachal) इकाई की खरीद व संचालन पर 16 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पशुपालन प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अपना योगदान दे रहा है, जिसके राज्य सरकार ने पशुपालकों के लिए अनेक योजनाएं आरम्भ की हैं.
उन्होंने कहा कि पशुओं के स्वास्थ्य की उचित (Animal Husbandry Minister Virender Kanwar Himachal) देखभाल के लिए पशु स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया गया है. प्रदेश सरकार ने चार साल के अंदर प्रदेश में एक पशु चिकित्सा अस्पताल, एक नया पशु पॉलीक्लीनिक तथा 10 नए पशु औषधालय खोले गए (Animal Polyclinic in Himachal) हैं. इसके अलावा 23 पशु औषधालयों को पशु अस्पताल, एक पशु औषधालय को जोनल पशु अस्पताल और एक पशु अस्पताल को उप-मण्डलीय पशु अस्पताल में स्तरोन्नत किया है.
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में नई पशु प्रजनन नीति लागू की गई है, जिसमें साहिवाल, रेड सिंधी, गीर तथा थारपार्कर प्रजातियों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम (National Artificial Insemination Programme Himachal) के तहत प्रदेश को केन्द्र सरकार से 30.58 करोड़ रुपये भी प्राप्त हुए हैं. हिमाचली पहाड़ी नस्ल के पशुओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत जिला सिरमौर के कोटला बड़ोग में हिमाचली पहाड़ी गाय फार्म की स्थापना की जा रही है.