शिमलाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार आधी रात से देश भर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है. हिमाचल प्रदेश में इससे पहले ही शाम पांच बजे से प्रदेशव्यापी कर्फ्यू लगा दिया था. प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा है 21 दिनों में जरूरी वस्तुओं, जिनमें राशन, दूध और दवाएं शामिल हैं, उनकी कमी नहीं होगी और राज्य सरकारें इस बात को सुनिश्चित करेंगी.
कोरोना वायरस के खतरे के कारण पैदा हुई स्थिति को देखते हुए हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन के चेयरमैन निहाल चंद शर्मा ने प्रदेश में सभी प्लांटों की समीक्षा की. इन प्लांटों के अधिकारियों से कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि दूध की सप्लाई में कोई कमी न रहे.
इस दौरान सेनिटाइजेशन और हाइजीन का ख्याल रखने के लिए भी कहा गया. निहाल चंद शर्मा ने मिल्क फेडरेशन के सभी प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने यहां काम करने वाले सभी उपकरणों में स्वच्छता का ध्यान रखें और समय-समय पर सैनिटाइज करें. इसके अलावा यहां काम करने वाले कर्मचारियों को भी जरूरी निर्देशों का पालन करना होगा.
निहाल चंद शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि मिल्क फेडरेशन के प्लांटों में प्रवेश करने से पहले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को पहले हाथों को सैनिटाइज करना होगा और बाहर से आए कपड़े वगैरह को भी बदलना होगा. मुंह को मास्क से ढकने और हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोने और सेनिटाइज करने के बाद ही वे मशीनों और अन्य साजो-सामान को इस्तेमाल कर पाएंगे.
इसके अलावा जिन वाहनों में दूध और अन्य उत्पादों की ढुलाई की जाएगी, उन्हें भी सैनिटाइज किया जाएगा और चालकों वगैरह को भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सुझाए गए जरूरी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा.