शिमलाः शहर शिमला में शुक्रवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर विशेष हाउस का आयोजन किया गया. इस दौरान हाउस में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर भर में किए जा रहे कार्य और अगले योजनाओं पर चर्चा की गई. सदन में अधिकारियों ने पार्षदों को बताया गया कि शहर में अभी तक स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न कार्यों के लिए 90 करोड़ खर्च किए जा चुकें हैं.
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत 40 जगहों पर काम शुरू हो चुका है जिस पर डेढ़ सौ करोड़ खर्च होगा. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ आ चुका है. वहीं, इस महीने 136 करोड़ और मिलना है. इस दौरान नगर निगम आयुक्त व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के एमडी पकंज रॉय ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रेजेन्टेंशन दी.
आईजीएमसी में बनेगा स्मार्ट पार्थ
उन्होंने बताया कि आईजीएमसी में स्मार्ट पार्थ बनेगा जो कि स्टेट ऑफ आर्ट होगा. इसमें लोगों को आने जाने के साथ-साथ मरीजों को ले जाने के लिए आसानी होगी. इसके अलावा शहर में कमांड सेंटर बनाया जाना है. यह कार्य भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा. इसमें सीसीटीवी केमरे की सहायता से शहरभर की घटनाक्रम पर नजर रखने में आसानी होगी. साथ ही ट्रांसपोर्ट सिस्टम, वॉटर स्पलाई, ट्रैफिक जैसे समस्याओं को देखने में भी आसानी होगी.
आयुक्त पंकज राय ने बताया कि शहर के हर वार्ड में उचित पार्किंग और अलग-अलग जंक्शन को चौड़ा करने का कार्य शुरू हो चुका है. इससे जहां शहर सुंदर दिखेगा. वहीं लोगों को भी सुविधा मिलेगी. छोटा शिमला और बालूगंज के जंक्शन को चौड़ा करने का कार्य शुरू हो चुका है. बालूगंज में 1.39 करोड़ की लागत से फूट पाथ सहित जंक्शन को चौड़ा किया जाना है.
इसके अलावा शहर में पहला स्मार्ट पार्क अनाड़ेल की गोल पहाड़ी पर बनाया जा रहा है, उस पर एक करोड़ रूपयें खर्च किया जाएगा. इसका भी काम शुरू हो चुका है.