शिमला:लेफ्टिनेंट जनरल एसएस महल अति विशिष्ट सेवा मेडल विशिष्ट सेवा मेडल ने 01 अप्रैल 2022 को सेना प्रशिक्षण कमांड (आर्ट्रैक) की कमान (Lt Gen SS Mahal meets Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) संभाल ली है. जनरल ऑफिसर ने कमान संभालने पर बुधवार को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की. इस दौरान कई मुद्दों पर बातचीत हुई.
लेफ्टिनेंट जनरल ऑफिसर का 37 साल से अधिक का प्रतिष्ठित करियर रहा है और सेना प्रशिक्षण कमांड (आर्ट्रैक) की कमान संभालने से पहले 'उत्तर भारत एरिया' के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) के पद पर तैनात थे. दिसंबर 1984 को 41 आर्म्ड रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त किया. वे मशहूर डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली के शिक्षार्थी भी रहे हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल एसएस महल ने सेना प्रशिक्षण की कमान संभालने पर राज्यपाल से की मुलाकात
लेफ्टिनेंट जनरल एसएस महल (Lt Gen SS Mahal meets Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने कमान संभालने पर 06 अप्रैल 2022 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात की.
लेफ्टिनेंट जनरल एसएस महल ने राज्यपाल से की मुलाकात.
एसएस महल द्वारा निभाई गई विभिन्न निर्देशात्मक और स्टाफ नियुक्तियों के अलावा डेजर्ट सेक्टर में एक 'इंडिपेंडेन्ट आर्म्ड ब्रिगेड', पश्चिमी सेक्टर में एक 'रैपिड डिवीजन' और बहुत ही प्रतिष्ठित 'खरगा स्ट्राइक कोर' की कमान भी शामिल हैं. बता दें कि सेना प्रशिक्षण कमान (एआरटीआरएसी) 1 अक्टूबर 1991 को मध्य प्रदेश के महू में अस्तित्व में आई. बाद में इसे 31 मार्च, 1993 को शिमला स्थानांतरित कर दिया गया.