शिमला: जिले में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. ये जंगली जानवर अब रिहायशी इलाकों का रुख करने लगे हैं और इंसानों को अपना शिकार बना रहे हैं. गुरुवार की रात राजधानी में इस तरह का मामला सामने आया है. शहर के कनलोग इलाके से एक आठ साल के बच्चे को तेंदुआ उठा ले गया. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और वाइल्ड लाइफ को दी.
जानकारी के मुताबिक शिमला के कनलोग इलाके में होंडा शोरूम के साथ ढारे में रह रहे बिहार के मजदूर का आठ साल को अपना शिकार बनाया है. घटना की जानकारी मिलते ही न्यू शिमला और सदर थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची. साथ ही, इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को भी दी. स्थानीय लोग और पुलिस टीमें जंगल में बच्चे की तलाश कर रही हैं. लेकिन अबतक उनके हाथ सफलता नहीं लगी है.
आपको बता दें कि राजधानी में इस तरह की यह पहली घटना है, जब घर से किसी बच्चे को तेंदुआ उठा कर ले गया हो. बीते सोमवार को कृष्णानगर में तेंदुए ने घर में घुसकर एक युवक को जख्मी कर दिया था. युवक के सिर में 18 टांके लगे थे. पुलिस और विभाग की टीम ने तेंदुए को ट्रेंकुलाइजर गन की मदद से बेहोश कर पिंजरे में बंद दिया था. इतना ही नहीं तेंदुए ने घर में सो रहे कुत्ते को भी अपना निशाना बनाया था.
राजधानी शिमला के संजौली, छोटा शिमला, समरहिल इलाकों में तेंदुए का दिखना आ बात हो गई है. आए दिन तेंदुआ लोगों के घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद होता है. इस घटना के बाद लोगों में दहशत है. लोगों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की मांग की है ताकि लोगों में फैली दहशत कम हो सके और इस तरह के हादसे दोबारा न हो.
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