शिमला:दुनिया इन दिनों रूस-यूक्रेन जंग की गवाह बन रही है. इस बीच कहा जा रहा है कि यूक्रेन ने रूस के साथ युद्ध को देखते हुए अपने उन नागरिकों को हथियार बांटे हैं जिन्होंने सेना का प्रशिक्षण लिया है. सवाल है कि क्या भारत में भी कभी ऐसी स्थिति आई है. चार बार पाकिस्तान और एक बार चीन के साथ जंग लड़ चुके भारत में भी क्या कभी ऐसा हुआ है कि सेना के जवानों के अलावा नागरिकों ने अपनी भूमिका निभाई हो ?
बिल्कुल ऐसा हुआ है, और इस काम को बखूबी अंजाम दिया है एनसीसी कैडेट्स ने. स्कूल के छात्रों को एनसीसी की वर्दी में आपने कई बार देखा होगा लेकिन यही छात्र आगे चलकर देश की सुरक्षा में अहम योगदान देते हैं और ऐसा इतिहास में हुआ भी है. जब एनसीसी कैडेट्स ने युद्ध के समय या कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाई है.
जब देश के लिए NCC ने निभाया फर्ज- एनसीसी ने देश की प्रशासनिक व्यवस्था के साथ मिलकर सामुदायिक विकास कार्य और राहत कार्य में अहम योगदान दिया है. चाहे युद्ध काल के दौरान देश की आंतरिक सुरक्षा और शांति व्यवस्था हो या फिर कोरोना महामारी के दौरान जनसामान्य की मदद हो, एनसीसी ने हर कदम पर देश की सेवा की है.
1. एनसीसी किसी प्राकृतिक आपदा या युद्ध के वक्त भी अपनी भूमिका (ETV Bharat Youngistan) अदा करती है. यह संस्था रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आती है जिसे समय-समय पर कई सामाजिक कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है.
2. एनसीसी कैडेट्स ने 1965 से लेकर 1971 तक के भारत- पाक युद्ध के दौरान अहम भूमिका निभाई थी. एक तरफ देश की सेना बॉर्डर पर दुश्मन से लोहा ले रही थी तो दूसरी कतार में एनसीसी कैडेट थे जो देश के भीतर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम दे रहे थे. आयुध कारखानों की मदद के लिए एनसीसी कैंप बनाए गए और युद्ध क्षेत्र में हथियार पहुंचाने से लेकर पेट्रोलिंग पार्टी में भी इन्होंने अपनी भूमिका अदा की.
3. कोरोना वायरस महामारी के दौरान जब जरूरत पड़ी तब NCC कैडेट्स ने अपनी सेवाएं दी. फिर चाहे वह ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा संभालना हो या फिर जनता को कोरोना नियमों के बारे में जागरूक करना या फिर स्थानीय प्रशासन का सहयोग करना हो.
वर्दी पहनने का सपना पूरा करती है एनसीसी- एक फौजी की वर्दी हमेशा से युवाओं के बीच आकर्षण का केंद्र रही है. फिल्म से लेकर असल जिंदगी तक फौजियों की जांबाजी के किस्से हमें लुभाते रहे हैं लेकिन सबको वर्दी पहनकर देश की सेवा करने का सौभाग्य नहीं मिलता. कुछ मेहनत के बावजूद उस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते तो कुछ जानकारी के अभाव में फौजी बनने का सपना पूरा नहीं कर पाते. लेकिन वर्दी पहनकर देश की सेवा करने से पहले आप NCC के जरिये वो वर्दी पहनने का ख्वाब सच कर सकते हैं. आइये जानते हैं कि एनसीसी क्या है, कैसे एनसीसी ज्वाइन कर सकते हैं और इसके क्या फायदे हैं.
NCC क्या है- एनसीसी (NCC) का फुल फॉर्म National Cadet Corps (राष्ट्रीय कैडेट कोर) है. भारत का सैन्य कैडेट कोर है जो स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को मूलभूत सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करता है. इसमें थल सेना, नौसेना और वायु सेना शामिल हैं. 16 अप्रैल 1948 को एनसीसी की स्थापना हुई और आज ये दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन है.
NCC कौन ज्वाइन कर सकता है-NCC भारत के तीनों सशस्त्र बलों की शाखाओं से जुड़ा हुआ है ARMY, NAVY और AIR FORCE. अगर आप आर्मी एनसीसी में कैडेट बनने के लिए अपना नाम अंकित करते हैं तो आपकी सभी ट्रेनिंग गतिविधियां ARMY से सम्बंधित होंगी और इसी तरह अगर आप NAVY या AIR NCC के लिए जाते हैं तो आपकी पूरी ट्रेनिंग वहां के हिसाब से होंगी.
एनसीसी के माध्यम से (How to join NCC) स्कूल, कॉलेज तथा विश्विद्यालयों में छात्रों को वायुसेना, नौसेना तथा सेना में भर्ती होने के लिए सैन्य प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. एनसीसी कैडेट बनने के लिए छात्रों को योग्यता तथा शारीरिक परीक्षा देनी होती है. स्कूल में अगर आप NCC ज्वॉइन करते हैं तो आपको 'A' सर्टिफिकेट मिलता है. वहीं, कॉलेज में अगर आप NCC में आते हो तो आप ट्रेनिंग लेकर B और C सर्टिफिकेट के लिए परीक्षा दे सकते हैं.
NCC में कितने प्रकार के Certificate होते हैं?
एनसीसी में छात्रों को प्रशिक्षण के स्तर को पूरा करने के (NCC certificate use) बाद तीन तरह के प्रमाण पत्र दिए जाते हैं-