शिमला:कनाडा में खालिस्तानी जनमत संग्रह हो रहा है, लेकिन वहां की सरकार इस पर रोक लगाने के लिए कोई पुख्ता कदम नहीं उठा रही है. भारत सरकार ने कनाडा सरकार को कई बार वहां चल रही भारत विरोध गतिविधियों को लेकर चेतावनी दी है, लेकिन सरकार ने इसे कानूनी दायरों के अंदर लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण गतिविधि बताकर इस पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया. इसके चलते भारत कनाडा से खासा नाराज है.
शिमला को 'खालिस्तान' देश की राजधानी बनाने की साजिश:आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस का दावा है कि इस आयोजन में 1,10,000 सिखों ने हिस्सा लिया है. संगठन ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को 'खालिस्तान' देश की राजधानी बनाया जाएगा. संगठन के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने यह ऐलान भी किया है कि 26 जनवरी 2023 को भारत के 74वें गणतंत्र दिवस पर पंजाब में खालिस्तान के समर्थन में रेफरेंडम शुरू होगा.