शिमला: प्रदेश में जमा दो की परीक्षाओं में टॉपर रही छात्रों को दी जाने वाली कल्पना चावला छात्रवृत्ति के लिए शिक्षण संस्थानों ने वैरिफिकेशन सूचियां शिक्षा विभाग को नहीं सौंपी हैं. मेधावी छात्राओं की छात्रवृत्ति पर किसी तरह का कोई संकट ना आए इसके लिए शिक्षा विभाग ने शिक्षण संस्थानों को रिमाइंडर भेजा है. इसके अलावा शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक की ओर से शिक्षण संस्थानों को सूचियां जमा करवाने के लिए 1 सप्ताह का समय दिया गया है.
शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के 60 निजी, सरकारी ,नर्सिंग कॉलेजों को रिमाइंडर जारी किए गए हैं. इन शिक्षण संस्थानों ने अभी तक कल्पना चावला छात्रवृत्ति योजना के लिए पात्र छात्राओं की वेरिफिकेशन लिस्ट विभाग को नहीं दी है. इसके अलावा तय समय के बीच शिक्षण संस्थान वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा नहीं करते हैं छात्रवृत्ति के लिए कियाा गया आवेदन रद्द कर दिया जाएगा.
बता दें कि जिन छात्राओं ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया है, जब तक उनके फॉर्म की वेरिफिकेशन नहीं हो जाती तब तक उन्हें छात्रवृत्ति जारी नहीं की जाएगी. ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से रिमाइंडर शिक्षण संस्थानों को भेजा गया है कि वो पात्र छात्राओं की वेरिफिकेशन सूचियां जल्द से जल्द निदेशालय को भेजें.
कल्पना चावला छात्रवृत्ति उन छात्राओं को दी जाती है जिन्होंने स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं परीक्षा में टॉप किया हो. पात्र छात्राओं ने इसके लिए आवेदन तो कर दिया है, लेकिन जिस संस्थान से छात्राएं संबंधित है वहां के प्रबंधन की ओर से फॉर्म की वेरिफिकेशन करना जरूरी है.
शिक्षा विभाग में छात्रवृत्ति के 250 करोड़ के फर्जीवाड़े के बाद अब शिक्षा विभाग कल्पना चावला छात्रवृत्ति योजना के मामले में सख्त हो गया है. यही वजह है कि कल्पना चावला छात्रवृत्ति को लेकर भी शिक्षा विभाग ने शिक्षण संस्थानों को रिमाइंडर भेजा है.