शिमला: जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. शुक्रवार को बीजेपी मंडल ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा जुब्बल-कोटखाई से चेतन बरागटा के समर्थन में प्रदेश कार्यकारिणी और अन्य भाजपा की इकाइयों में शामिल कार्यकर्ताओं ने भी इस्तीफे दिए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि जुब्बल-कोटखाई चुनावों के प्रभारी सुरेश भारद्वाज कई बार प्रदेश संगठन से जुब्बल-कोटखाई मंडल भंग करने की मांग कर चुके हैं. वह अपनी इच्छा अनुसार मंडल बनने की कोशिश में हैं. अब उनका रास्ता साफ लग रहा है. जुब्बल-कोटखाई भाजपा मंडल अध्यक्ष गोपाल जबैइक व मंडल के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों ने अपने पदों से त्याग पत्र दे दिया है.
उपचुनाव में पार्टी के चेतन बरागटा को टिकट नहीं देने से खफा मंडल भाजपा पदाधिकारियों ने त्याग पत्र दिया है. महासू भाजपा जिला अध्यक्ष अजय श्याम ने बताया कि उन्हें जुब्बल-कोटखाई मंडल भाजपा अध्यक्ष के माध्यम से त्याग पत्र मिला है. पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को इसे लेकर अवगत करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्देश मिलते ही जल्द मंडल की अंतरिम कार्यकारिणी का गठन होगा.
जुब्बल कोटखाई मंडल भाजपा अध्यक्ष गोपाल जबैइक ने बताया कि मंडल भाजपा की अहम बैठक आज हुई. बैठक में मौजूद मंडल भाजपा के पदाधिकारियों व अन्य सदस्यों ने नीलम सरइक को टिकट देने पर रोष जताया. जिसके बाद मंडल भाजपा ने उन्हें फैसला लेने को अधिकृत किया. मंडल भाजपा के सभी पदाधिकारियों ने त्याग पत्र दे दिया है. सनद रहे कि इससे पहले बीते रोज जुब्बल कोटखाई में महिला मोर्चा से जुड़ी पदाधिकारियों ने भी त्याग पत्र दिए थे.
मंडल भाजपा के त्याग पत्र के बाद अब उपचुनाव में भाजपा के समक्ष नए मंडल के गठन की चुनौती है. साथ ही, भाजपा जुब्बल-कोटखाई में पूरी तरह दो फाड़ में बटी नजर आ रही है. त्याग पत्र देने वाला भाजपा का खेमा चेतन बरागटा के साथ खड़ा है. वहीं, भाजपा काडर से जुड़े कार्यकर्ता नीलम सरैइक के साथ हैं. भाजपा के दो फाड़ होने से पार्टी को नुकसान होना तय है.
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