शिमलाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के संदर्भ में देश के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसके उपरान्त प्रदेश के उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्हें प्रधानमंत्री के आह्वान पर 22 मार्च को जनता कर्फ्यु को सफल बनाना सुनिश्चित करने को कहा.
उन्होंने कहा कि यह प्रयास किए जाएं कि लोगों को इस दिन घरो के अन्दर रहने के लिए प्रेरित किया जाए. जयराम ठाकुर ने कहा कि स्थिति की निगरानी के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं तथा कॉल सेंटर 104 भी आरम्भ किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों सहित 18 स्वास्थ्य संस्थानों में आईसोलेशन वार्ड चिन्हित किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल कॉलेज में क्लीनिशियन प्रभारी नियुक्त किए गए हैं और दोनों मेडिकल कॉलेजों के माईक्रोबायोलॉजी विभागों में सैंपल एकत्र करने की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है. उन्होंने कहा कि सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजो में एन-95 मास्क सहित निजी हिफाजती उपकरण (पीपीई) की सुविधा प्रदान की गई है, जिनमें 102 बिस्तरों की क्षमता है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि होटल व्यवसायियों से आग्रह किया गया है कि वे आगंतुकों को प्रेरित करें कि यदि वे पिछले 14 दिनों की अवधि में चीन या कोविड-19 प्रभावित देशों की यात्रा पर गए हैं तो स्वयं इसकी जानकारी प्रदान करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर पर जिला परिषद, खण्ड समितियों और ग्राम सभाओं के साथ बैठके कर स्वास्थ्य विभाग जनता और पंचायती राज संस्थानों को इस बारे में जागरूक कर रहा है.
8 मार्च, 2020 को महिला ग्राम सभाओं के माध्यम से प्रदेश में विशेष जागरूकता अभियान आयोजित किया गया था. हेल्पलाईन 104 कॉल सेंटर के रूप में चैबीसों घंटे कार्य कर रही है. संदिग्ध मामले सामने आने की स्थिति में लोगों को परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए तीन 108 एंबुलेंस पीपीई किट के साथ तैयार रखी गई हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनके सैंपल आगामी जांच के लिए पूणे भेजे गए हैं.