किन्नौर: विधायक जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेस वार्ता (Jagat Singh Negi press conference) के दौरान प्रदेश के वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी के पद को लेकर विवादित बयान दिया (Jagat Negi allegations on Surat Negi) है. उन्होंने सूरत नेगी को प्रदेश के वन निगम उपाध्यक्ष कहने की बजाय उन्हें लकड़हारा कहा है. जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिले के अंदर वन डिपूओं में लकड़ी की भारी कमी चल रही है. जिसके चलते दाह संस्कार के लिए भी वन डिपुओं में लकड़ी नहीं है.
उन्होंने कहा कि लकड़ी न होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सूरत नेगी अपने वन निगम के काम छोड़कर जिले के दूसरे कार्यों में उलझें हुए हैं जो उनका काम ही नहीं है. विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिले के अंदर अब सर्दियों का दौर शुरू होने वाला है. ऐसे में लोग सर्दियों में ठंड से बचने के लिए चूल्हे में आग जलाने के लिए वन डिपुओं के बालन लकड़ियों पर निर्भर हैं, लेकिन पिछले साढ़े चार वर्षों में जिले के अंदर वन डिपुओं में बालन लकड़ी की कमी के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
जगत सिंह नेगी का सूरत नेगी पर विवादित बयान. ऐसे में विधायक ने सूरत नेगी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सूरत नेगी (Surat Negi HP Forest Corporation Vice Chairman) अपने डिपो में बालन लकड़ी के काम को छोड़कर जिले की राजनीति में उलझे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आज वन निगम प्रदेश के अंदर घाटे में चला हुआ है, लेकिन प्रदेश सरकार वन निगम को बंद नहीं कर रही है और वन निगम के उपाध्यक्ष पर लाखों रुपए खर्च कर रही है. जिससे सरकार को भी घाटा हो रहा है.
जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश के वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी समय रहते बालन लकड़ी की व्यवस्था करे और लोगों को सर्दियों के आने से पूर्व हर वन डिपो में बालन लकड़ी उपलब्ध कराए. बता दें कि विधायक और सूरत नेगी भाजपा सरकार के कार्यकाल के पिछले साढ़े चार वर्षों में एक दूसरे पर हमला करते रहे (Jagat Negi controversial statement on Surat Negi) हैं और अब विधायक जगत सिंह नेगी ने प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी को लकड़हारा कहकर विवादित बयान दिया है.
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