शिमलाः आईजीएमसी में आइसोलेट किए हुए मरीजों और तीमारदारों द्वारा वार्ड में तोड़ फोड़ करने का मामला सामने आया है. मामले का पता तब लगा जब सोमवार को ई-ब्लॉक को सफाई के लिए खोला गया तो कर्मचारियों के होश उड़ गए. वार्ड के शौचालयों में भी बुरी तरफ तोड़ फोड़ की गई थी.
गौरतलब है की 13 अगस्त को आईजीएमसी में एक मरीज मेडिसिन वार्ड में पॉजिटिव पाया गया था. यह मरीज आईजीएमसी में 3 दिन से दाखिल था, जिसकी बाद में रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. 27 साल का यह युवक जिला सिरमौर का रहने वाला था.
युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के चलते मेडिसिन वार्ड में दाखिल अन्य मरीजों को भी प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर आइसोलेट किया गया था. आइसोलेट होने के चलते इन लोगों ने अस्पताल के वार्ड में तोड़ फोड़ की, जिससे सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है. इस दौरान करीब 70 से 80 मरीज व तीमारदारों को आइसोलेट किया गया था.
इसमें मेडिसिन वार्ड के 40 अन्य मरीज भी शामिल थे. एहतियात के तौर पर वार्ड को सील किया गया था. हालांकि अन्य सभी मरीज व तीमारदारों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी व उन्हें दूसरे दिन बाहर निकाल दिया गया था. 14 दिन बीत जाने के बाद जब वार्ड को सोमवार को सफाई के लिए खोला गया, तो वार्ड में लोगों के काम प्रशासन को नजर आए. जिसमें वार्ड को लोगों द्वारा बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया गया था.