शिमला: प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग निजी संस्थानों को लेकर सख्त रवैया अपना रहा है. लगातार जांच का दवाब निजी संस्थानों पर बनाया जा रहा है. पहले जहां निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की योग्यता जांची गई तो उसके बाद निजी कॉलेजों के प्रिंसिपलों पर जांच आयोग ने बैठा दी है और अब निजी कॉलेजों में फर्जी दाखिलों की जांच भी आयोग ने शुरू कर दी है.
आयोग निजी संस्थानों पर सख्त
आयोग की ओर से लगातार जांच की जा रही है. आयोग यह सख्ती निजी शिक्षण संस्थानों में होने वाले फर्जीवाड़ों को देखते हुए कर रहा है जिससे कि इन संस्थानों पर नकेल कसी जा सके. साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोका जा सकें.
कॉलेजों में 3 वर्षों में हुए दाखिलों का रिकॉर्ड तलब
आयोग की ओर से प्रदेश के सभी निजी कॉलेजों से पिछले तीन वर्षों में हुए दाखिलों का रिकॉर्ड तलब किया है. यह रिकॉर्ड मिलने के बाद आयोग की ओर से जांच की जाएगी कि इन संस्थानों से फर्जी डिग्रियां तो नहीं बांटी गई है. यह जांचने के लिए आयोग दाखिलों का डिग्री आवंटन की संख्या से मिलान करेगा.
फर्जी डिग्री को लेकर आयोग कर रहा जांच