शिमला:हिमाचल प्रदेश के उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर (bikram thakur on assembly election) ने आगामी विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया है. ईटीवी भारत हिमाचल प्रदेश (exclusive interview Bikram thakur) से खास बातचीत में बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है. वहां 15 विधानसभा क्षेत्र हैं. जीत-हार में कांगड़ा की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है. प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (himachal bjp) में जयराम ठाकुर हमारे (industrial minister on cm jairam) नेता हैं. जयराम ठाकुर हमारे मुख्यमंत्री हैं और आगे भी हमारे सीएम रहेंगे.
उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार (bypoll in himachal) पर बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से सीख मिलती है. जिस व्यक्ति ने हार नहीं देखी होती है, उस को जीत के लिए रणनीति बनाने में मुश्किल होती है. हमें सही समय पर इन चीजों का पता चला है और स्थिति को सुधारा गया है. कांग्रेस का सपना कभी पूरा नहीं होगा. हिमाचल प्रदेश में 2022 में जयराम ठाकुर की सरकार बनेगी.
नामी औद्योगिक घराने भी हिमाचल में कर रहे निवेश:उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एक नहीं दो-दो इन्वेस्टर मीट हुई हैं. प्रदेश में कई बड़े ग्रुप इन्वेस्ट करने आ रहे हैं. प्रदेश में एथेनॉल प्लांट (ethanol plant in hp) लगाए जा रहे हैं, उसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से भी आवश्यक मंजूरी मिल गई है. 4000 करोड़ रुपये के निवेश वाला डिफेंस के साथ जुड़ा एक प्लांट भी हिमाचल में शुरू हो रहा है. इसके अलावा मेडिकल डिवाइस पार्क (medical device park himachal) की भी मंजूरी मिल गई है. देशभर में केवल चार प्लांट हैं, जिनकी मंजूरी मिली है, इनमें से एक हिमाचल में है. इस क्षेत्र में भी देश के नामी ग्रुप हिमाचल में इन्वेस्ट करने आ रहे हैं. बिक्रम सिंह ने कहा कि भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद हिमाचल में बड़े-बड़े घराने इन्वेस्ट करने आ रहे हैं.
बिना परमिट चलने वाली वोल्वो बसों पर होगी सख्त कार्रवाई:बिना परमिट हिमाचल आने वाली वोल्वो बस पर बोलते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि इस विषय पर प्रदेश सरकार कार्रवाई कर रही है. यह चिंतनीय विषय है, हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाली वोल्वो या प्राइवेट बसों के संचालकों ने प्रदेश सरकार को टैक्स का बहुत नुकसान पहुंचाया है. इसके अलावा गंभीर बात यह है कि जब रेड की गई तो 5 वोल्वो बसें तो ऐसे निकली, जिनके पास फिटमेंट का सर्टिफिकेट भी नहीं था. यानी वह सड़क पर चलने के लिए मान्य है या नहीं इसका भी प्रमाण पत्र नहीं है. 19 वोल्वो बस संचालकों के पास हिमाचल में बस चलाने का प्रमाण नहीं था. इनमें से 5 को ब्लैक लिस्ट किया गया. आने वाले दिनों में प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी इस प्रकार की रेड की जाएगी.