शिमला: राजधानी शिमला में जर्मनी की सहायता से फॉरेस्ट इको सिस्टम सर्विसेज के तहत काम कर रही संस्था ने एक कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में जानकारी दी गई कि हिमाचल के जंगलों में लगभग डेढ़ लाख करोड़ की वन संपदा मौजूद है.
बता दें कि वन मनुष्य को साफ हवा देते हैं. वहीं, मनुष्य को आर्थिक रूप से समृद्ध भी बनाते हैं. इसके अलावा प्राकृतिक श्रोतों को जीवित रखने में भी वनों का महत्वपूर्ण योगदान है. सर्वे के अनुसार प्रदेश में अनेक स्थानों पर प्राकृतिक जल स्रोतों के सूखने का मुख्य कारण जंगलों में पेड़ों की घटती संख्या है. प्राकृतिक जल स्रोतों के सोर्सिंग क्षेत्र का सही पता लगाकर जंगलों को सुरक्षित रखा जाना चाहिए.