शिमला:विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर क्रिसमस के मौके पर इतिहास रचा गया है. भारतीय रेलवे की पहली नैरोगेज हिमदर्शन विस्टाडोम ट्रेन कालका से शिमला रेलवे स्टेशन पहुंची. ट्रेन से 90 पर्यटक कालका से सफर कर राजधानी शिमला पहुंचे.
इस ट्रेन को क्रिसमस थीम पर सजाया गया था. बता दें कि यह ट्रेन कालका से सुबह 6:30 बजे शिमला के लिए रवाना की गई और दोपहर 12:55 मिनट पर शिमला रेलवे स्टेशन पहुंची. कालका से इस ट्रेन में सफर करने वाले पर्यटकों का खास स्वागत किया गया और उन्हें गुलाब दे कर ट्रेन में प्रवेश दिया गया.
कालका से शिमला तक के 96 किलोमीटर लंबे सफर का पर्यटकों ने विस्टाडोम कोच में बेहद लुफ्त उठाया. पारदर्शी विस्टाडोम कोच से पर्यटकों ने हिमाचल की खूबसूरत वादियों का निहारा. कालका से चली इस ट्रेन का एक ही स्टॉपेज बड़ोग में रखा गया है. हिमदर्शन ट्रेन में सफर कर राजधानी शिमला रेलवे स्टेशन पहुंचे पर्यटक बेहद खुश नजर आए.
पर्यटकों ने कहा कि इस ट्रेन के कोच बेहद खास हैं जो कांच के बने हैं और इसमें से प्राकृतिक नजारों को देखने का पर्यटकों को बेहद आनंद आया है. कुछ पयर्टकों को तो यह नई हिमदर्शन विस्टाडोम ट्रेन इतनी पसंद आई की उन्होंने शिमला रेलवे स्टेशन से ही इसी ट्रेन में वापिस जाने की टिकट भी बुक करवा ली.
शिमला रेलवे स्टेशन अधीक्षक प्रिंस सेठी ने कहा कि पहले दिन ही पर्यटकों का बेहद अच्छा रिस्पॉन्स हिमदर्शन एक्सप्रेस टॉयट्रेन को लेकर मिला हैं. इस ट्रेन के लिए बुकिंग भी 28 दिसंबर तक एडवांस में रेलवे के पास आ चुकी है. इस ट्रेन की खास बात यह है कि 7 कोच वाली इस ट्रेन में सभी कोच विस्टाडोम कोच होंगें. यह भारतीय रेलवे की पहली नैरोगेज ट्रेन होगी जो विस्टाडोम कोच के साथ चलाई जा रही है.