शिमला:बुधवार को जयराम सरकार के आखिरी सत्र में दिए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को विधानसभा स्पीकर ने मंजूर कर लिया है. अब अविश्वास प्रस्ताव पर आज सुबह 11 बजे से 4 घंटे की चर्चा होगी. दरअसल बुधवार से हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन था. दिन की शुरुआत में ही कांग्रेस की ओर से नियम 278 के तहत अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार को सौंपा.
सदन में हुआ हंगामा- दरअसल मानसून सत्र के पहले दिन की शुरुआत कांग्रेस के विरोध के साथ ही हो गई थी, जब कांग्रेस सभी विधायक महंगाई, बेरोजगारी समेत तमाम मुद्दों पर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे थे. कांग्रेस ने सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए सदन में जमकर हंगामा किया और नियम 278 के तहत अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष को देने की बात कही.
हंगामे के बीच नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और अन्य विपक्षी विधायक कागज हवा में लहराकर नारेबाजी करते रहे और स्पीकर सदस्यों से बैठने का आग्रह करते रहे. विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों ने नियम 278 के तहत (no confidence motion in himachal) अविश्वास प्रस्ताव की सूचना मिली है. मैं इस प्रस्ताव पर निर्णय दूंगा. इस बीच विपक्ष का हंगामा जारी रहा, मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकारी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. विपिन परमार ने कहा कि सदन में रैलियों वाली भाषा का इस्तेमाल ना करें. जिसके बाद करीब 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई. जिसके बाद सबकी नजरें इस बात पर थीं कि अध्यक्ष अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को कैसे डील करते हैं.
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर साधा निशाना- 15 मिनट बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग रखी. जिसपर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हमें विपक्ष के प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं है. हाल में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हिमाचल से 45 वोट हमारे पक्ष में पड़े हैं. जबकि कांग्रेस का एक वोट गायब है. हमारी संख्या विपक्ष के मुकाबले दोगुनी है लेकिन फिर भी सदन में विपक्षी हंगामा कर रहे हैं. सदन को मछली बाजार बना दिया है, सबके बीच बोलने की होड़ लगी हुई है.