शिमला:हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचाई (Rain damage in Himachal) हुई है. पिछले दो महीनों 29 जून से 29 अगस्त तक 284 लोगों की मौत हो (284 died in himachal due to rain) गई. 2031.775 लाख रुपए की संपत्ति का नुकसान (2031.775 संपत्ति का नुकसान) हुआ. वहीं, 8 लोग अभी (Eight people missing in Himachal) भी लापता है,जबिक 532 लोग बारिश के दौरान घायल हो गए. कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ने इस बार बारिश के सीजन में हुए भारी नुकसान पर चिंता जताई. उन्होंने कहां कि केंद्रीय दल नुकसान का जायजा लेकर जल्द ही रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगा.
सिंतबर के पहले सप्ताह में आएगा दल:केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकार के अनुरोध को स्वीकार करते हुए सितंबर माह के प्रथम सप्ताह में मानसून के दौरान ही केन्द्रीय दल के भेजने बारे निर्णय लिया गया है. इससे पहले मानसून खत्म होने के बाद ही केन्द्रीय दल भेजा जाता था. इससे प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुक्सान का आकलन समय पर होने के साथ ही प्रदेश को केन्द्रीय आपदा मोचन निधि (NDRF National Disaster Response Fund) की अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता प्राप्त होगी. जिससे मानसून से प्रदेश में प्रभावित लोगों को राहत सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सकेगी.
हिमाचल में बरसात से काफी नुकसान. बर्नवाल संभालेंगे कमान:मुख्य सचिव आरडी धीमान ने केन्द्र सरकार से प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अंतर मंत्रालय केन्द्रीय दल (Inter Ministerial Central Team) भेजने के लिए के आग्रह किया था. उसके बाद केन्द्र सरकार ने सुनील कुमार बर्नवाल, संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय भारत सरकार की अध्यक्षता में केन्द्रीय दल का गठन किया.
900 से ज्यादा मकानों को नुकसान:प्रदेश में भारी वर्षा, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं से आई आपदा में 549 पशु मारे गए तथा 166 रिहायशी मकान, 825 कच्चे मकान, 164 दुकाने, गौशालाएं व घराट इत्यादि क्षतिग्रस्त (More than 900 houses damaged due to rain in Himachal) हुए है. इस दौरान प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गो, ग्रामीण सडकों पेयजल योजनाओं व विद्युत परियोजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है.
हिमाचल में बरसात से काफी नुकसान. आपदा प्रबंधन का 800 करोड़ का प्रोजेक्ट :इसके अलावा कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के अनेक ऐसे क्षेत्र हैं जहां पहाड़ धूप में भी दरकते हैं. उन्होंने कहा कि आजकल के मौसम में संभावित खतरे वाले स्थानों के पास मशने खड़ी होनी चाहिए ,ताकि राहत और बचाव कार्य जल्द शुरू किया जा सके. उन्होंने कहा आपदा प्रबंधन के (Disaster Management in Himachal) क्षेत्र में प्रदेश सरकार जल्द ही 800 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू करेगी. इस प्रोजेक्ट के अगले साल शुरू होने की उम्मीद जताई. बता दें कि हिमाचल में 2 सितंबर तक मौसम (rain in himachal till september 2) खराब रहने की बात मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Center Shimla) शिमला की तरफ से कही गई है.