रामपुरः नारकंडा में रविवार को हिमाचल किसान सभा की ओर से जिला कमेटी की बैठक की गई. इस बैठक में किसान सभा के राज्य अध्यक्ष व प्रभारी डॉ. कुलदीप सिंह तंवर ने विशेष रूप से हिस्सा लिया और किसानों की समस्याओं पर चर्चा की. डॉ. तंवर ने कोरोना महामारी के संकटकाल में पूरे देश व प्रदेश में किसानों पर पड़ रहे प्रभावों पर चर्चा करते हुए कहा कि किसान देश की रीढ़ है और इसकी रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए.
डॉ. तंवर ने सेब और सब्जी को हिमाचल की अर्थव्यवस्था का मुख्य अंश बताते हुए सरकार से खासकर सेब की फसल तैयार होने से पहले ही जरूरी तैयारियां करने की अपील की. इसमें सबसे मुख्य मांग मजदूरों को लाने का प्रबंध, कार्टन कार्टन ट्रे की व्यवस्था, खरीददारों की नियमों के मुताबिक व्यवस्था करना शामिल है.
बैठक में किसानों ने कहा कि पिछले साल बागवानों को लूटने वाले आढ़तियों पर कार्रवाई करने के बाद कुछ भुगतान किया गया, लेकिन अभी भी काफी बागवानों का बकाया भुगतान बचा हुआ है. सरकार और एपीएमसी को किसानों के इस बकाया भुगतान को दिलवाना चाहिए.
डॉ. तंवर ने अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय खेत मज़दूर यूनियन और सीटू के संयुक्त संघर्ष के आह्वान के तहत किसान मजदूर एकता के को कायम करते हुए आगामी 3 जुलाई और 9 अगस्त को पूरे देश मे प्रदर्शन को सफल बनाने की अपील की.