शिमला: विधानसभा में चर्चा के दौरान सामाजिक न्याय व आधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने अपना अनुभव साझा किया. राजीव सैजल अपनी ही पार्टी के विधायक विनोद कुमार के साथ नाचन विधानसभा के दौरे पर थे. वहां इलाके के एक मंदिर में प्रवेश करने के लिए कैबिनेट मंत्री राजीव सैजल झिझक गए. ऐसा नहीं था कि उन्हें किसी ने रोका था, लेकिन राजीव सैजल ने कहा कि मुझे ऐसा प्रतीत हुआ कि स्थानीय जनता बुरा मान सकती है.
राजीव सैजल ने कहा कि ऐसा महसूस होने पर उन्होंने खुद ही मंदिर में प्रवेश नहीं किया. मंत्री ये कहना चाह रहे थे कि बेशक किसी ने रोका न हो, परंतु मन में झिझक तो थी ही. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने दुख जताया है. राज्यपाल ने कहा कि देवभूमि में इस तरह की घटना से वह काफी आहत हैं. भारत का संविधान सामाजिक व्यवस्था में नागरिकों के समानता की बात करता है और नागरिकों के अधिकारों की पूर्णतः रक्षा करता है.