शिमलाःकेंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि विधेयक का किसान देश भर में विरोध कर रहे हैं. वहीं, अब प्रदेश कांग्रेस भी इस बिल के विरोध में उतर आई है और इस बिल को किसान विरोधी करार दिया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि ये बिल देश के छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों की कमर तोड़ देगा. इस बिल से जमाखोरी और कालाबाजारी बढ़ेगी और किसानों का शोषण होगा. इस बिल का देश भर में किसान विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस इस विरोध में किसानों के साथ खड़ी है.
कुलदीप राठौर ने कहा कि इस बिल से साफ हो गया है कि केंद्र की मोदी सरकार किसान विरोधी है. सरकार ने किसानों को पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है. पंजाब में किसानों के विरोध के बाद हरसिमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा भी दिया है, लेकिन ये सरकार किसानों की हकों को दरकिनार कर रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह के फरमान केंद्र की मोदी सरकार की अधिनायक सोच और तानाशाही प्रवर्ति को दर्शाता है. केंद्रीय कृषि मंत्री का ब्यान भी हैरानी करने वाला है जिसमें उन्होंने ये कहा कि इस बिल को रिव्यू करने की कोई गुंजाइश नहीं है. लोकतंत्र में ऐसा कोई बिल नहीं होता जिसमें बदलाव या वापस नहीं किया जा सकता है.
कुलदीप राठौर ने कहा कि ये सरकार किसानों के हितेषी होती तो इस तरह के बिल लाती ही नहीं और विरोध के बाद बिल में बदलाव करती, लेकिन ये सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहचाना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और इस बिल का विरोध करेगी.
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