शिमला:जयराम सरकार के पांच साल के कार्यकाल में सातवां मुख्य सचिव लगाने की नौबत आ गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव राम सुभग सिंह (Ram Subhag Singh) ने वीरवार देर शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. राम सुभग सिंह 1987 बैच के आईएएस (IAS) अधिकारी हैं. उन्होंने मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) पद के लिए भी आवेदन किया है. वहीं उनके पद छोड़ने के बाद अब आरडी धीमान (Himachal New Chief Secretary RD Dhiman) को नए मुख्य सचिव होंगे.
आरडी धीमान को मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. आरडी धीमान 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. सरकार की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है. उनकी नियुक्ति वर्ष 1987 बैच के आईएएस अधिकारी रामसुभग सिंह के स्थान पर की गई है. हालांकि वरीयता सूची में आरडी धीमान से आगे वर्ष 1987 बैच की आईएएस अधिकारी निशा सिंह का नाम था. लेकिन सरकार की पसंद होने के कारण धीमान को मुख्य सचिव बनाय गया है.
आरडी धीमान नए सीएस होंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पांच साल की सरकार सरकार के कार्यकाल में आरडी धीमान 7 वें मुख्य सचिव बने हैं. वहीं, राम सुभग सिंह चौथे सीएस हैं जो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं. जब जयराम सरकार जब सत्ता में आई थी तब मुख्य सचिव वीसी फारका थे. जिसके बाद जयराम सरकार ने उन्हें एडवाइजर लगाया और वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. उनके बाद विनीत चौधरी सीए बने. विनीत चौधरी ने अपना कार्यकाल पूरा किया.
उसके बाद बीके अग्रवाल को सीएस पद पर तैनात किए गए, लेकिन वह भी बीच में ही दिल्ली चले गए और इसके पीछे स्वास्थ्य कारण बताए गए. वह भी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. उनके बाद सीएम जयराम के करीबी डॉ. श्रीकांत बाल्दी सीएस बनाया गया. उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया और अब रेरा के चेयरमैन हैं. इसके बाद अनिल खाची चीफ सेक्रेटरी बने. उनको भी कार्यकाल समाप्त होने के दो साल पहले ही पद छोड़ना पड़ा. अब अनिल खाची राज्य चुनाव आयोग को संभाल रहे हैं. खाची के बाद रामसुभग सिंह मुख्य सचिव बने और कार्यकाल शेष रहते ही उन्होंने अपना पद छोड़ दिया है.
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