शिमला:देश की पहली ई-विधानसभा हिमाचल प्रदेश के गौरवपूर्ण अध्याय में बुधवार को एक और पन्ना जुड़ गया. ई-विधान के बाद ई-बजट के बाद अब हिमाचल में पहली बार राज्यपाल का अभिभाषण भी पेपरलेस रहा. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने लैपटॉप के जरिए ई-विधान प्रणाली में अपना अभिभाषण पढ़ा. हालांकि राज्यपाल के लिए बजट अभिभाषण की प्रिंटिड कॉपी भी साथ लाई गई थी, लेकिन उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से ही अपना अभिभाषण पढ़ा.
जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार का इस कार्यकाल का ये (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) आखिरी बजट सत्र है. इस बजट सत्र के पहले ही दिन वॉकआउट देखने को मिला. परंपरा के अनुसार बजट सत्र में पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होता है. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर का अभिभाषण शुरू हुए करीब चालीस मिनट ही हुए थे कि विपक्ष के बैंचों में हलचल हुई.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री अपनी सीट से उठे (himachal assembly budget session) और कहने लगे कि वे राज्यपाल का सम्मान करते हैं, लेकिन ये अभिभाषण झूठ का पिटारा है. उसके बाद नारेबाजी करते हुए विपक्ष के सदस्य सदन से बाहर चले गए. राज्यपाल ने कुल एक घंटा चालीस मिनट में अपना अभिभाषण पूरा किया.
अभिभाषण में राज्यपाल ने कोरोना काल में सरकार के प्रयासों का विस्तार से उल्लेख किया और बताया कि कैसे कोविड टीकाकरण में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बना. राज्यपाल के अभिभाषण में किसानों की आय दोगुनी करने, रोजगार मुहैया करवाने, प्रदेश में रासायनिक खादों से मुक्त खेती को बढ़ावा देने के साथ साथ सामाजिक सुरक्षा क्षेत्र, स्वास्थ्य, पूर्व सैनिकों व समाज के अन्य वर्गों के कल्याण से जुड़ी बातें थीं.